23 हजार गरीबों को खाना खिलाने वाला खुद मोहता

23 हजार गरीबों को खाना खिलाने वाला खुद मोहता

जब लॉकडाउन हुआ तो हमने गरीब बेसहारा लोगों को अपने डांस ग्रुप की बचत के रुपयों से लोगों तक खाना पहुंचाया। कुछ लोगों ने भी आर्थिक मदद की। हम फिर रोजाना 500 से अधिक लोगों तक खाना पहुंचाने लगे। देखते ही देखते ग्रुप के कई मेंबर्स की सेविंग्स भी खत्म हो गई। तब भी गरीबों का ध्यान कर काम नहीं रोका। हालत बेकाबू होने पर हमने खाना बांटना बंद कर दिया। अब हमारी हालत यह हो गई है कि न तो खुद के खाने और ना मकान मालिक को किराया देने के लिए पैसे बचे हैं। यह कहना है विजेंद्र रजक का, जिनके ग्रुप वी आर डांस ट्रूप ने 58 दिनों में 23 हजार से अधिक लोगों तक खाना पहुंचाया। विजेंद्र ने कहा कि क्लासेस चलतीं तो यह नौबत नहीं आती। काम किसी तरह शुरू हो जाए। अब मकान मालिक भी हमें परेशान करने लगे हैं और हमें खुद मदद की जरूरत है।