रक्तदान में मप्र की महिलाओं की भागीदारी सिर्फ 5 फीसदी

भोपाल। रक्तदान महादान है, लेकिन इस पुनीत कार्य में महिलाओं की भागीदारी कहीं कम है। प्रदेश में हर साल तीन लाख यूनिट से ज्यादा ब्लड कलेक्शन होता है, लेकिन इसमें महिलाओं की भागीदारी महज ग्यारह हजार यूनिट यानि पांच फीसदी के आसपास ही है। यह चौंकाने वाली जानकारी मप्र रक्ताधान परिषद की ब्लड बैंक की एनालिसिस रिपोर्ट से सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में बीते चार साल में करीब 13.5 लाख यूनिट ब्लड कलेक्शन किया गया। इसमें से 12 लाख 9 हजार यूनिट पुरुषों द्वारा रक्तदान से मिला वहीं महिलाओं द्वारा महज 48 हजार यूनिट रक्त का दान किया गया। हालांकि एक्सपर्ट का कहना है कि इसके पीछे जागरूकता की कमी से ज्यादा हालात और भ्रांतियां जिम्मेदार हैं। पुरुषों के मुकाबले रक्त की महिलाओं को ज्यादा जरूरत स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीलिमा अग्रवाल बताती हैं कि महिलाओं में जागरूकता की कमी है। कई महिलाएं लगातार रक्तदान करती हैं। यह जागरूकता से ज्यादा महिलाओं की शारीरिक स्थिति के कारण होता है। महिलाओं में अक्सर खून की कमी होती है। वे बताती हैं कि हमारे प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं में एनीमिया की समस्या बहुत ज्यादा है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में गृहणी महिलाएं घर से बाहर कम निकलती हैं। ऐसे में उन्हें रक्तदान के अवसर पुरुषों के मुकाबले कहीं कम मिलते हैं। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रांतियां भी इसके पीछे बड़ा कारण है।
प्रदेश में बढ़ रहा रक्तदान
कोरोना काल मे रक्तदान में आई कमी के बाद एक बार फिर ब्लड डोनेशन का आंकड़ा बढ़ने लगा है। साल 2020/21 तक प्रदेश में 3.5 लाख यूनिट का रक्त संग्रहण किया गया। इस साल जनवरी से जून तक छह महीने में 2 लाख 7 हजार 811 यूनिट ब्लड कलेक्शन हुआ है। देश में इस साल सबसे ज्यादा ब्लड कलेक्ट करने वाले राज्यों में मध्यप्रदेश देश में पांचवें नंबर पर है।
महिलाएं इसलिए पीछे महिलाओं द्वारा रक्तदान कम करने की बड़ी वजह उनके शरीर में रक्त की कमी ही है। हम जब भी ब्लड डोनेशन कैंप लगाते हैं तो वहां 85 फीसदी महिला डॉनर ब्लड डोनेशन के लिए अनफिट पाई जाती हैं। अक्सर डाईटीशियन युवा महिला रक्त दाताओं के डाइट प्लान को देखकर उन्हें रक्तदान से मना कर देती हैं। गांवों में महिलाओं में पर्याप्त पोषण की कमी के चलते हीमोग्लोबिन कम रहता है। -डॉ. यूएम शर्मा, ब्लड बैंक अधिकारी, हमीदिया अस्पताल