सिल्वर से खुला खाता, ब्रॉन्ज के बाद मीराबाई लाई गोल्ड

सिल्वर से खुला खाता, ब्रॉन्ज के बाद मीराबाई लाई गोल्ड

बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ्स गेम्स के दूसरे दिन शनिवार को मेडलों की हैट्रिक लगाई। मीराबाई चानू ने 49 किग्रा में स्वर्ण, संकेत ने 55 किग्रा में रजत और गुरूराजा पुजारी ने 68 किग्रा में कास्य पदक जीत कर भारत की झोली में डाले। तो वहीं भारतीय खिलाड़ियों ने अन्य गेम्स में भी शानदार प्रदर्शन किया। स्कवॉश में 14 वर्ष की अनाहत सिंह ने अपने से बड़ी 6 वर्ष सेंट विंसेंट की जैडा रॉक को हराया। इधर टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा का दूसरे दिन भी विजयी अभियान जारी रहा।

बर्मिंघम। भारत की शीर्ष भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में शनिवार को 49 किग्रा भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक जीता। यह भारत का पहला स्वर्ण और कुल तीसरा पदक है। यह मीराबाई का भी राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार तीसरा पदक है। मीराबाई ने फाइनल में स्नैच के दूसरे प्रयास में 88 किग्रा के साथ नया राष्ट्रीय और राष्ट्रमंडल रिकॉर्ड बनाया। इसके बाद उन्होंने क्लीन एंड जर्क को भी एकतरफा जीतते हुए पहले प्रयास में 109 किग्रा भार उठाकर देश का पहला स्वर्ण पक्का किया। वह इतने पर भी नहीं रुकीं और अपने ही प्रदर्शन को बेहतर करते हुए उन्होंने दूसरे प्रयास में 113 किलो वजन उठाया। वह तीसरे प्रयास में असफल रहीं लेकिन उससे फर्क नहीं पड़ा क्योंकि 201 किलो के स्वर्णिम प्रदर्शन के साथ वह पोडियम पर पहले स्थान पर रहीं।

भारत के भारोत्तोलक संकेत सरगर ने मलेशिया के अनिक मोहम्मद से सिर्फ एक किलोग्राम के अंतर से हारने के बाद रजत पदक प्राप्त किया। यह बर्मिंघम में भारत का पहला पदक है। 21 वर्षीय संकेत ने 55 किग्रा भार वर्ग के स्नैच राउंड में 113 किग्रा और क्लीन एंड जर्क राउंड में 135 किग्रा सहित कुल 248 किलोग्राम भार उठाया, जबकि अनिक ने 142 किग्रा उठाकर स्वर्ण हासिल किया।

असाधारण मीराबाई चानू ने एक बार फिर भारत को गौरवान्वित किया। हर भारतीय इस बात से खुश है कि उन्होंने बर्मिंघम खेलों में एक स्वर्ण पदक जीता और राष्ट्रमंडल का एक नया रिकॉर्ड कायम किया। उनकी सफलता कई भारतीयों को, खासकर नवोदित एथलीटों को प्रेरित करेगी। नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री

मेरा मेडल देश के वीरों के नाम

थोड़ी खुशी है, लेकिन बहुत सारा नाराज हूं। आज तो मेरा जैसा मन था वैसा हुआ नहीं। पहली बार लोड आया और क्रैक हो गया। जर्क में पुश किया तो लोड के चलते आवाज आ गया। डॉक्टर ने कहा कि गैप पड़ गया। अभी जाकर एक्स-रे करवाना है। मैं ये मेडल आजादी के लिए जिन वीरों ने अपनी जान देश के लिए समर्पित किया उन्हें समर्पित करना चाहता हूं। -संकेत महादेव सरगर (मेडल जीतने के बाद)

गुरुराजा ने कांस्य जीतकर दिलाया दूसरा पदक

गुरुराजा पुजारी ने भारत के लिए दूसरा पदक दिलाते हुए शनिवार को 61 किग्रा भारोत्तोलन में कांस्य पदक हासिल किया। गुरुराजा ने स्नैच में 118 किग्रा उठाने के बाद क्लीन एंड जर्क में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 151 किग्रा के निशान को छुआ और उनका कुल स्कोर 269 किग्रा रहा। भारतीय भारोत्तोलक अपने दूसरे प्रयास में 148 किग्रा उठाकर कनाडा के यूरी सिमार्ड (कुल 268) से पीछे चल रहे थे, लेकिन तीसरे प्रयास में उन्होंने 151 किग्रा भार उठाकर भारत के लिए दूसरा पदक पक्का किया। मलेशिया के अजनिल बिन बिदिन मोहम्मद ने कुल 285 किग्रा वजन उठाकर स्वर्ण पदक हासिल किया।