यात्री बसें चलना शुरू, नहीं मिल रही सवारी गुना के लिए रवाना बस शिवपुरी से लौटी

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यात्री बसें चलना शुरू, नहीं मिल रही सवारी गुना के लिए रवाना बस शिवपुरी से लौटी

ग्वालियर। कोरोना संक्रमण से पहले की तरह सवारी बैठाकर बसें चलाने का आदेश जारी होने के बाद मंगलवार से झांसी रोड स्थित प्राइवेट बस स्टैंड से डबरा-भितरवार के लिए बसें चलीं, लेकिन सवारियां कम थीं। स्मार्ट सिटी की बस गुना के लिए निकली थी, मगर सवारी कम होने पर बस शिवपुरी से लौट आई। बस आॅपरेटर परेशान हैं कि जब सवारियां ही नहीं मिलेंगी तो बस कैसे चलाएंगे? इतनी सवारी तो मिलें, जिससे डीजल व अन्य खर्च निकल सकें। अंतरराज्जीय बस स्टैंड से भिंड, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी के अलावा अन्य जिलों के बसें चलती हैं, मगर स्टैंड से बसें नहीं चलीं। प्रदेश सरकार ने बस आॅपरेटरों की अप्रैल-मई का टैक्स बढ़ाने की मांग नहीं मानी है मगर किराया दोगुना करने की मांग पर इंदौर, भोपाल, उज्जैन संभाग के सभी जिलों में 50 फीसदी यात्री और बाकी संभागों मेें सामान्य रूप से सवारी बैठाने का आदेश जारी किया है। अंतरराज्जीय मार्गों पर बसों का संचालन को लेकर निर्णय 30 जून के बाद होगा। प्रदेश सरकार उड़ीसा और राजस्थान सरकार की तरह अप्रैल-मई का टैक्स माफ नहीं करती, तब तक बसेें नहीं चलाएंगे।

बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं तो टेंपो-मैजिक में क्यों?
भारतीय प्राइवेट ट्रांसपोर्ट मजदूर महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह कुशवाह का कहना है कि कोरोना को लेकर शासन और प्रशासन को दोहरा चरित्र देखने को मिल रहा है। एक तरफ यात्री बसों में पूर्व की तरह सवारी बैठाने का आदेश जारी कर दिया है मगर स्थानीय प्रशासन ने टेंपो, मैजिक और आॅटो में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए तीन सवारी बैठाने के आदेश दिए हैं। टेंपो-मैजिक में भी बसों की तरह आठ से नौ सवारी बैठाई जाएंगी।