वेंदास हॉस्पिटल में मरीज की मौत, परिजनों का आरोप नहीं बुला पाया स्पेशलिस्ट डॉक्टर
ग्वालियर। सेटिंग की दम पर चल रहे कई अस्पताल में मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं और इनकी लापरवाही मरीजों की जान तक ले रही है। शनिवार को हॉस्पिटल रोड स्थित वेदांस हॉस्पिटल में मुरैना के एक अस्पताल रेफर होकर आए एक 40 वर्षीय संतोष सिंह भदौरिया नाम के मरीज की मौत होने के बाद उनके परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया, हंगामा बढ़ते पुलिस भी मौके पर पहुंच गई मरीज के परिजन अस्पताल प्रबंधन कानूनी कार्रवाई पर अड़े रहे।
मृतक की मरीज की भतीजी शिवानी सिंह ने बताया कि मुरैना के एमए हॉस्पिटल में हमारे मरीज को यहां बेहतर उपचार की बात कहकर रेफर किया था हमारा मरीज एक दिन पहले एंबुलेंस में बैठकर आया था उन्हें केवल खांसी के साथ बलगम आने की शिकायत थी, इस अस्पताल में आने से मरीज की हालत ऐसी नहीं थी कि एक दिन के भीतर उनकी मौत हो जाए अस्पताल द्वारा बेहतर उपचार न दिए जाने के कारण उनके मरीज की जान गई है। शिवानी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि हम जब आए तो हमसे 40 हजार रुपए जमा कराए गए है और बोला की स्पेशलिस्ट डॉक्टर को बुलाया जाएगा, लेकिन पूरा एक दिन बीत जाने के बाद भी कोई स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं बुलाया और मरीज को वेंटिलेटर पर रखते हुए दोबारा पैसे भी जमा करा लिए गए इसके बाद शाम को कह दिया गया कि मरीज की मौत हो गई।
स्वास्थ्य विभाग की साठगांठ, कई नॉन मेडिको चला रहे अस्पताल
कुछ निजी अस्पतालों में इस प्रकार मरीजों की जान से खिलवाड़ का यह सिलसिला स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही की वजह से हो रहा है। आलम यह तक है कि कुछ नॉन मेडिको लोग ठेके पर लेकर अस्पताल चला रहा हैं मरीजों को फंसाने के लिए मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में कई सुविधाएं दिए जाने का दावा भी किया जाता है, लेकिन डॉक्टर तो दूर की बात इस प्रकार के अस्पतालों में ट्रेड स्टाफ भी नहीं मिलता है। दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग भी साठगांठ की वजह से इस प्रकार की हॉस्पिटलों पर कोई जांच या फिर कार्रवाई करने का प्रयास ही नहीं कर रहा है।