घर में ही लोगों को ज्यादा हो रहा है कोरोना ब्रिटेन सरकार ने किया आगाह

घर में ही लोगों को ज्यादा हो रहा है कोरोना ब्रिटेन सरकार ने किया आगाह

कोरोना वायरस से बचने के लिए हर किसी को मास्क पहनना बहुत जरूरी है.कई देशों ने तो अपने यहां मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. हालांकि, ब्रिटेन की राय इस मामले में अलग है. ब्रिटेन में अब ऑफिस में लोगों को मास्क पहनने अनिवार्य नहीं होगा. ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव मैट हैंकॉक का कहना है कि दफ्तर से ज्यादा लोग घरों में ही संक्रमित हो रहे हैं इसलिए दफ्तर में मास्क लगाना इतना जरूरी नहीं है.
मैट हैंकॉक ने कहा कि फ्रांस की तरह ब्रिटेन में लोगों को मास्क पहनकर ऑफिस आने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है क्योंकि यहां हो रहे टेस्ट और ट्रेस स्कीम से पता चला है कि ऑफिस की बजाय ज्यादातर लोग अपने घरों में ही संक्रमित हो रहे हैं.
मैट हैंकॉक ने BBC TV को बताया, 'हम अभी अपने ऑफिसों में अनिवार्य रूप से मास्क लगाने पर विचार नहीं कर रहे हैं. इसका कारण NHS टेस्ट और ट्रेस से मिले आंकड़े हैं. आंकड़ों से पता चलता है कि ज्यादतर लोग अपने घरवालों से या एक-दूसरे के घर जाने से ही संक्रमित हो रहे हैं.
हैंकॉक ने कहा, 'टेस्ट और ट्रेस से मिले आंकड़ों से पता चलता है कि ऑफिस में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या बहुत कम थी.' यही वजह है कि हैंकॉक लोगों का ऑफिस में मास्क पहनना जरूरी नहीं मान रहे हैं.
इससे पहले दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि घर में रहने के बावजूद लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं. वैज्ञानिकों का कहना था कि बाहर से आने वाले सामानों के जरिए घर में कोरोना वायरस फैल रहा है. दक्षिण कोरिया की ये स्टडी यूएस सेंटर्स फॉर डिजीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन में प्रकाशित हुई थी.
स्टडी में कहा गया था कि हर 10 मरीज में से 1 मरीज अपने परिवार के सदस्यों की वजह से संक्रमित हुआ है. इस स्टडी में कोरोना और उम्र से भी जुड़ीं कई जानकारियां दी गई थीं.
स्टडी के मुताबिक, घर में रहने वाले बच्चे और बुजुर्ग कोरोना से सबसे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि बच्चे और बुजुर्ग घर के सभी सदस्यों से नजदीक रहते हैं इसलिए इनके संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाती है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ अब घर में भी कोरोना को लेकर पूरी तरह से सावधानी बरतने के लिए कह रहे हैं. उनका कहना है कि सिर्फ घर में रहना कोरोना संक्रमण से बचाव की गारंटी नहीं है. आपको बाहर ही नहीं बल्कि घर में रहते हुए भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखना होगा, तभी आप कोरोना के संक्रमण से बच सकते हैं.
कई देशों में मास्क पहनने को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. कई लोग इस पक्ष में हैं कि मास्क पहनने को अनिवार्य नहीं बनाना चाहिए. लैंसेट पत्रिका में छपी एक रिपोर्ट में भी दावा किया गया था कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सिर्फ मास्क काफी नहीं है.
इस स्टडी में कहा गया था कि मास्क पहनने से Covid-19 का खतरा 3 फीसदी जबकि आंखों की सुरक्षा करने पर यह 5.5 फीसदी तक कम हो जाता है. हालांकि स्टडी में  स्पष्ट रूप से कहा गया है कि चेहरे को ढंकने और सोशल डिस्टेंसिंग से वायरस फैलने की गति धीमी हो जाती है.
कोरोना वायरस पर अब तक हुए सभी रिसर्च में यही बात निकल कर सामने आती है कि मास्क के साथ सोशल डिस्टेंसिंग रखने से संक्रमण का खतरा बहुत कम हो जाता है.