अंगदान करने वालों में महाराष्ट्र के लोग टॉप पर, मप्र का दूसरा स्थान
आयुष्मान भव अभियान: देशभर में 70 हजार से ज्यादा लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक आयुष्मान भव अभियान चलाया था। इस दौरान 70 हजार से ज्यादा लोगों ने अंगदान (ऑर्गन डोनेशन) के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। इस दौरान सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन करवाने वालों में महाराष्ट्र टॉप पर है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 19,765 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया। वहीं मध्य प्रदेश दूसरे स्थान पर है। यहां 14,357 लोगों ने पंजीकरण किया। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार यह प्रक्रिया अभी भी जारी है।http://notto.abdm.gov.in पर लोग लगातार रजिस्ट्रेशन करवाकर अंगदान के लिए संकल्प सर्टिफिकेट भी हासिल कर रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने भी अंगदान के लिए रजिस्ट्रेशन किया है। उन्होंने बताया कि अंगदान के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने वालों में महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है। साथ ही 30-45 और उसके बाद 18-30 आयु वर्ग के लोगों ने ज्यादा रजिस्ट्रेशन किया है। रजिस्ट्रेशन के बाद मिलता है सर्टिफिकेट :सेवा पखवाड़ा के दौरान मंगलवार की शाम तक 70,459 लोगों ने अंगदान के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। रजिस्ट्रेशन के बाद सर्टिफिकेट हासिल किया जा सकता है। पिछले 16 दिनों में अंगदान के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने में दिल्ली अभी पीछे है। दिल्ली से 353 लोगों ने ही रजिस्ट्रेशन किया है। अंगदान करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए केवल आधार संख्या और आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर ही जरूरी है। बता दें, देश में ऑर्गन डोनेशन और ट्रांसप्लांट बढ़ रहा है। 2013 के मुकाबले 2022 में यह नंबर कई गुना तक बढ़ा है। 2022 में कुल 15,561 ऑर्गन ट्रांसप्लांट हुए हैं, जबकि कुछ साल पहले यानी 2013 में यह संख्या 4,990 थी।
सबसे ज्यादा किडनी दान के लिए रजिस्ट्रेशन हुए:
आयुष्मान भव अभियान को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी विशाल चौहान ने बताया कि देश के हर हिस्से से लोग अंगदान के लिए रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। अंगदान के लिए संकल्प लेने वालों में हजारों ऐसे हैं, जिन्होंने अपने हार्ट, लीवर, किडनी समेत दूसरे अंगों के साथसाथ् ा टिशू दान के लिए भी रजिस्ट्रेशन किया है।
अब तक 63.8 लाख से ज्यादा बने आयुष्मान कार्ड
मंडाविया ने बताया कि अबतक 63.8 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं, जबकि 1,13,41,303 आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता आईडी बनाए गए हैं। इस पखवाड़े के दौरान स्वास्थ्य व कल्याण केंद्रों पर 2,69,422 स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया गया और इसमें लगभग 161 लाख लोग शामिल हुए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 9,970 स्वास्थ्य मेले आयोजित किए गए, जिनमें 17 सितंबर से 22.9 लाख से अधिक मरीज पंजीकृत हुए।
सिर्फ 2-3 फीसदी लोगों की जरूरत हो पाती है पूरी
अभी देश में जितने लोगों को ऑर्गन की जरूरत होती है, उसका दो से तीन प्रतिशत ही मिल पाता है। इसे बढ़ाने के लिए नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन (NOTTO) की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी रहेगी। देश में हर साल दो लाख से ज्यादा लोगों को किडनी की जरूरत होती है, लेकिन काफी कम ट्रांसप्लांट हो पाते हैं। सरकार ने देश में अंगदान बढ़ाने अनेक कदम उठाए हैं।
दूसरे को जीवन देना सबसे बड़ी मानव सेवा होती है किसी दूसरे व्यक्ति को जीवन देना मानवता की सबसे बड़ी सेवा है। अंगदान को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू किया गया यह अभियान जारी रहेगा। ज्यादा से ज्यादा लोगों को रजिस्ट्रेशन करवाना चाहिए। - डॉ. मनसुख मांडविया, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री