चंबल के बीहड़ में पिंच तैयार, क्रिकेट के रोमांच की शुरुआत

चंबल के बीहड़ में पिंच तैयार, क्रिकेट के रोमांच की शुरुआत

ग्वालियर/भिंड। कभी देश-दुनिया में दस्युओं के नाम से विख्यात चंबल और वहां के बीहड़ बीते जमाने की बात बनते जा रहे हैं। पहले दुर्दांत दस्युओं के समर्पण के बाद चंबल के बीहड़ों में कई फिल्में बनीं, अब वहां खेलों का रोमांच भी देखने को मिलने लगा है। जहां कभी बंदूक की गोलियों की आवाज सुनाई देती थी, वहां अब क्रिकेट के बल्लों से रनों की बौछार होने लगी है। भिंड जिले के बीहड़ क्षेत्र में चंबल विद्यापीठ द्वारा ‘चंबल क्रिकेट लीग सीजन-2’ का आयोजन किया जा रहा है। चंबल आश्रम हुकुमपुरा ग्राउंड पर जाने का रास्ता और मैदान की सफाई के बाद पिच तैयार की गई। 1 अप्रैल को चंबल के भगतसिंह कहे जाने वाले शहीद डॉ. महेशचंद्र सिंह चौहान के शहादत दिवस पर चंबल क्रिकेट लीग का उद्घाटन सुबह 9:00 बजे किया गया। इसमें शहीदों-क्रांतिवीरों के वंशजों के साथ ही खास शख्सियतें शामिल हुईं।

राजस्थान व उप्र की टीमें

चंबल क्रिकेट लीग-2 के मुख्य सूत्रधार लेखक डॉ. शाह आलम राना ने बताया कि चंबल क्रिकेट लीग-2 में ओरैया, इटावा, जालौन और भिंड जनपदों की टीमों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। इनके अलावा बाह, मुरैना और धौलपुर की टीमें भी लीग में हिस्सा ले रही हैं। चंबल क्रिकेट लीग को लेकर खेलप्रेमी काफी उत्साहित हैं। विजेता व उपविजेता टीम को पुरस्कार राशि के साथ मेडल, शील्ड और ट्रॉफी से सम्मानित किया जाएगा। प्रत्येक मैच 12 ओवर और लाल नीविया टेनिस बॉल से खेला जाएगा।

घाटी की सकारात्मक पहचान बनी

चंबल क्रिकेट लीग के आयोजन से इन बीहड़ों की सकारात्मक पहचान बनी है। इस बार यह आयोजन जन सहयोग और साथियों के श्रम सहयोग से अधिक भव्यता के साथ कराया जा रहा है। टीमों की सहभागिता अच्छे संकेत हैं। चंबल आश्रम का रास्ता और ग्राउंड निर्माण में लीग संरक्षक महेश सिंह चौहान और उनकी टीम का विशेष सहयोग रहा। - डॉ. शाह आलम राना, मुख्य सूत्रधार, चंबल क्रिकेट लीग