तेज हवा से सड़क पर गिरा पोल, कई इलाकों में भरा पानी

तेज हवा से सड़क पर गिरा पोल, कई इलाकों में भरा पानी
तेज हवा से सड़क पर गिरा पोल, कई इलाकों में भरा पानी
तेज हवा से सड़क पर गिरा पोल, कई इलाकों में भरा पानी

भोपाल ।  दक्षिणी भोपाल में मानसून की आमद के बाद राजधानी पर इंद्रदेव मेहरबान हो गए हैं। बुधवार शाम 50 किमी प्रतिघंटे की रफ़्तार से चली हवाओं के साथ बादल जमकर बरसे। इस दौरान तीन घंटे में 73 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। तेज हवा के कारण रोशनपुरा स्थित आईटीएम पोल सड़क पर आ गिरा। लिंक रोड नंबर एक, श्यामला हिल्स सहित कई इलाकों में पेड़ गिर गए हैं, जिससे बिजली गुल हो गई। तेज बारिश का सिलसिला देर रात तक रुक- रुककर जारी रहा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मानसून तो आगे नहीं बढ़ा, परंतु भोपाल में मौसम का मिजाज इसी तरह रहेगा। राजधानी में बुधवार को दिनभर में धूप-छांव का माहौल बना रहा। साथ ही उमस ने बेहाल किया। इस दौरान अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री दर्ज किया गया। लेकिन शाम के समय मौसम बदल गया। आसमान में बादल छा गए। शाम छह बजे के बाद बादल घने हो गए और तेज हवाएं शुरू हो गई । शहर में 50 किमी प्रतिघंटे की रफ़्तार  से हवाएं चलीं, जबकि बैरागढ़ क्षेत्र में हवा की गति 42 से 45 किमी रही। तेज हवाओं के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। इस दौरान भोपाल में 73 मिली मीटर (7.3 सेंमी) बारिश हुई। शहर में तो बारिश बंद हो गई, लेकिन बैरागढ़ ओब्जरबेटरी में रात 9 बजे के बाद तक बारिश का दौर चला। हालांकि, इस दौरान बारिश की गति धीमी हो गई थी।

रोशनपुरा चौराहे पर गिरा आईटीएमएस पोल 

रोशनपुरा चौराहे पर शाम सात बजे आईटीएमएस पोल अचानक गिर गया। उस वक्त तेज बारिश के चलते वहां कोई नहीं था। ट्रैफिक के दौरान पोल गिरता तो बड़ा हादसा हो सकता था। इधर, पोल गिरते ही 17 करोड़ की लागत वाले इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ईटीएमएस) प्रोजेक्ट की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगने लगे हैं। आरटीआई एक्टीविस्ट नितिन सक्सेना का कहना है कि आईटीएमएस पोल बोर्ड ऑफिस चौराहा, पॉलीटेक्निक, बागसेवनिया थाने, पिपलानी चौराहा, होशंगाबाद रोड, रेतघाट, वीआईपी रोड, एयरपोर्ट रोड और नई जेल रोड पर लगे हैं। इनकी मजबूती की जांच हो, ताकि हादसे न होने पाएं।

थाने में भरा पानी

बुधवार शाम हुई तेज बारिश में छोला थाने में एक फीट पानी भर गया। एक घंटे बाद भी बारिश नहीं रुकी और पानी निकालने की कोशिश भी नाकाम रही तो एक फीट पानी में ही थाने में मौजूद स्टाफ ने काम निपटाया।

 अभी दक्षिण में है मानसून

मौसम वैज्ञानिक पीके साह के अनुसार मानसून भोपाल दक्षिण में ही है। गर्मी होने से उमस बनी और बारिश हुई। हवा की दिशा भी साउथ-वेस्टर्ली हो गई। भोपाल में 14 मिली मीटर बारिश हुई।

 गिरे पेड़, बिजली लाइनें टूटीं, रास्ते बंद

तेज हवा-बारिश में विकास नगर, एनआरआई कॉलोनीं, जीवन ज्योति अस्पताल और लिंक रोड नंबर-3 पर नगर निगम डीजल टैंक के पास और जवाहर चौक सहित एक दर्जन जगहों पर पेड़ गिरे। इससे सड़कें बंद हो गई , वहीं पेड़ों की टहनियां बिजली के तारों पर गिरने से आधे शहर में बिजली गुल हो गई। निगम अमले ने पोड़ों को काटकर सड़कों से हटाया। पुराने शहर में नौ बजे बिजली आई।

घरों में भरा पानी, घन घनाते रहे फोन

बारिश से नाले-नालियां उफान पर आए और सड़कें तालाब में तब्दील हो  गई । घरों में पानी भर गया। छोला में नालियां चोक होने से बस्तियों में एक फीट पानी भर गया। टीटी नगर, मंदाकिनी कॉलोनी , चूना भट्टी, भोपाल टॉकीज, सेफिया कॉलेज रोड, गीतांजलि कॉम्पलेक्स की दुकानों में डेढ़ फीट पानी भर गया। निगम कॉल सेंटर में पानी भरने की ज्यादा शिकायतें कोलार, करोंद से आई  ।