प्रोजेक्टों को मिली धनराशि के अतिरिक्त एकत्र करने की जरूरत : कलेक्टर

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प्रोजेक्टों को मिली धनराशि के अतिरिक्त एकत्र करने की जरूरत : कलेक्टर

ग्वालियर। स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे कार्यों को नोवेल कोरोना वायरस के कारण जो विलम्ब हुआ है उसे अब तेजी के साथ करें। साथ ही केन्द्र/प्रदेश सरकार के माध्यम से प्रोजेक्टों को मिली धनराशि के अतिरिक्त ग्वालियर स्मार्ट सिटी को विकास के लिए भी धनराशि एकत्र करने का कार्य करने की जरूरत है। यह बात कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने स्मार्ट सिटी के कार्यों की समीक्षा बैठक में कही। सोमवार को मोतीमहल के कमांड कंट्रोल सेंटर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने स्मार्ट सिटी के द्वारा ग्वालियर में किए जा रहे सभी प्रोजेक्टों के संबंध में जानकारी लेकर समझा। उन्होंने कहा कि स्मार्ट क्लासरूम के प्रोजेक्ट में और कार्य करने की आवश्यकता है। इस प्रोजेक्ट में स्मार्ट क्लासरूम के साथ-साथ स्मार्ट स्कूल और प्राथमिक विद्यालयों और आंगनबाड़ी केन्द्रों को भी आदर्श स्थापित करने की दिशा में काम करना चाहिए। वन सिटी वन एप के संबंध में कलेक्टर ने कहा कि महिला सुरक्षा के लिये एप में जो मॉड्यूल है उसमें पुलिस के 100 डायल को भी संबद्ध किया जाना चाहिए। साथ ही एप के माध्यम से शहरवासियों को टैक्सी और होटल बुकिंग की सुविधा भी मिल सके, ऐसे प्रयास किए जाना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि स्मार्ट सिटी द्वारा शहर में विकसित किए उद्यान जनता के लिये उपयोगी बनाने के लिए देखरेख भी निरंतर की जाना चाहिए। ग्वालियर के हृदय स्थल महाराज बाड़ा के विभिन्न ऐतिहासिक भवनों पर फसाहट लाईट का जो कार्य किया जाना है उसे तत्परता से किया जाना चाहिए। कलेक्टर ने बैठक में अंतर्राष्ट्रीय बस स्टेंड निर्माण प्रोजेक्ट के लिए भूमि आवंटन व अन्य प्राथमिकताओं को, इंटरसिटी व अंतर्राज्यीय बस सेवा के कार्य को प्राथमिकता से करने के लिए जरूरत बताई। साथ ही कहा कि वे शीघ्र ही स्मार्ट सिटी द्वारा किए जा रहे कार्यों का फील्ड में जाकर अवलोकन भी करेंगे। बैठक में निगमायुक्त संदीप माकिन, सीईओ जयति सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।