योग थेरिपिस्ट को न्याय दिलाने सड़क पर प्रदर्शन, कैंडल मार्च निकालकर मांगा समर्थन

योग थेरिपिस्ट को न्याय दिलाने सड़क पर प्रदर्शन, कैंडल मार्च निकालकर मांगा समर्थन

ग्वालियर।  शहर के योग थेरिपिस्ट प्रबल की चाइना के बीजिंग में हुई मौत के मामले में सामाजिक संगठन और आमजन पीड़ित परिवार के सर्मथन में उतर आए है। उसकी मौत को लेकर बने हुए संशय पर लोगों का कहना है कि सरकार को पीड़ित परिवार की मदद करनी चाहिए। जिससे संदिग्ध परिस्थितियों में हुई प्रबल की मौत का राज खुल सके। मृतक के परिवार के समर्थन में उतरे लोगों ने शनिवार को फूलबाग चौराहे पर प्रदर्शन कर कैंडल मार्च भी निकाला जिसका उद्देश्य था कि उनकी आवाज केन्द्र सरकार तक पहुंचे और मृतक व उसके परिवार को न्याय मिल सके। बता दे कि माधौगंज थाना के रॉक्सी पुल निवासी टैक्सी चालक सुरेन्द्र कुशवाह के बेटे प्रबल कुशवाह की चाइना के बीजिंग बीती 20 दिसबंर को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।

जिसके बाद परिजनों को 23 दिसंबर को प्रबल की ऑनर सू- चाइन से पता चला कि उसनें फांसी लगाकर आत्महत्या की है। इस मामले में पीपुल्स समाचार ने पहल करते हुए पीड़ित परिवार की बात सरकार के सामने लाई थी। जिसके बाद दूतावास ने मंगलवार को परिजनों से संपर्क कर शव लाने की कार्रवाई तेज कर दी है। लेकिन उसके शव को वापस लाने के लिए किसी भी जिम्मेदार अधिकारी द्वारा परिवार को कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया। सरकार के इस रवैये को देखते हुए शनिवार को मृतक परिवार के परिजनों और सामाजिक संस्थाओं द्वारा शहर के फूलबाग पर प्रदर्शन कर सरकार से मदद की गुहार लगाई गई है।

सरकार से मदद, न्याय की गुहार

शहर के नौजवान की मौत पर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए एकत्रित हुए लोगों ने प्रदर्शन के दौरान वी वॉन्ट जस्टिस के नारे लगाते हुए कहा कि हमें सरकार की मदद की जरूरत है सरकार हमारी मदद करे।

कैंडल मार्च निकाल कर मांगी मदद

मृतक प्रबल की मौत पर उसके परिजन को न्याय दिलाने के लिए शनिवार शाम सामाजिक कार्यकर्ताओं ने फूलबाग चौराहे से पड़ाव चौराहे तक कैंडल मार्च निकाल कर मदद की गुहार लगाई है। जिसमें लोगों का कहना था कि केन्द्र सरकार प्रबल के पार्थिव शरीर को जल्द ही चाइना से लाकर उसकी मौत की असल वजह का खुलासा कराए।

11 दिन बीते, नहीं मिल रही मदद

योग थेरिपिस्ट प्रबल कुशवाह की मौत के मामले में हुए प्रदर्शन में अलीगढ़ से आए परिवार के दामाद ने बातचीत के दौरान बताया कि प्रबल की मौत को हुए 11 दिन बीत चुके है। लेकिन सरकार व भारतीय दूतावास के किसी भी अधिकारी द्वारा उसका शव भारत आने को लेकर कोई ठोस आश्वासन नही दिया गया है। चितवेन्द्र सिंह, अलीगढ़ मृतक का बहनोई

जिम्मेदार जल्द करें पीड़ित परिवार की मदद

परिवार को न्याय दिलाने के लिए एकत्रित हुए समाजसेवी संगठनों ने बताया कि प्रबल को दुनिया छोड़े कई दिन बीत चुके है। सरकार से गुजारिश है कि उसके पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द वापस लाया जाए, यदि ऐसा करने में देरी है तो उसके पीछे क्या कारण है वह मृतक के परिजनों को बताया जाए। गायत्री शर्मा, समाजसेवी

आखिरी बार देखने की चाह

चाइना में हुई प्रबल की मौत के बाद उसके माता िपता सदमें में है। प्रदर्शन के दौरान उनका यहीं कहना था कि मेरा बेटा तो चला गया अब सरकार उसकी बॉडी को जल्द भारत लाकर हमारे सुपुर्द करे। जिससे उसे पूरा परिवार आखिरी बार देख तो सके। पीड़ित पिता सुरेन्द्र कुशवाह ने बताया कि दूतावास के कहने पर पूरी कागजी कार्रवाई हमारे द्वारा की गई है अब तो प्रधानमंत्री, केन्द्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री ही प्रबल के शव को जल्द वापस लाने की मदद करे।

बच्चे ने दुनिया छोड़ी, शव तो लाओ

बेटे की मौत के बाद बदहवाश हालात में प्रदर्शन में आई मृतक की मां के यही शब्द निकले कि बच्चे ने दुनिया तो छोड़ ही दी अब उसका शव तो ले आओ। परिजनों ने बताया कि मां उसकी मौत की खबर सुनने के बाद से सदमे में है। जिसे हर पल प्रबल के शव के आने का इंतजार बना हुआ है। सोमलता कुशवाह, मृतक की मां