स्टूडेंट्स आंत्रप्रेन्योरशिप और आईटी में कॅरियर को लेकर कर रहे सवाल

स्टूडेंट्स आंत्रप्रेन्योरशिप और आईटी में कॅरियर को लेकर कर रहे सवाल

दसवीं का परिणाम आने के बाद दो दिन में लगभग 2000 स्टूडेंट्स तमाम तरह के सवालों के साथ हेल्पलाइन पर आए हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल की हेल्पलाइन पर जनवरी लेकर अब तक 1 लाख 5 हजार कॉल्स आ चुके हैं, लेकिन फिलहाल 10 वीं के स्टूडेंट्स के कॉल्स ज्यादा आए हैं। स्टूडेंट्स के पूरे विषयों की परीक्षा नहीं हो पाई थी और बाकी बचे विषय में उन्हें पास कर दिया गया है। स्टूडेंट्स अब सब्जेकट सिलेक्शन को लेकर लगातार सवाल कर रहे हैं। वे यह जानना चाहते हैं कि स्कूल नहीं लगने पर वे विषय के चुनाव की सूचना किस तरह देंगे। उन्हें समझाया जा रहा है कि सभी के लिए प्रक्रिया एक सामान होगी और उसी तरह फॉलो होगी तो परेशान न हो, बल्कि अपनी रुचियों, अंकों और क्षमताओं के मुताबिक विषय का चुनाव करें। इसमें किसी काउंसलर की मदद लेना पड़े तो एप्टीट्यूट टेस्ट दें। इसके अलावा हेल्पलाइन पर स्टूडेंट्स भविष्य में स्किल्स कोर्सेस के साथ आंत्रप्रेन्योरिशप में आगे बढ़ने से संबंधित सवाल भी कर रहे हैं।

आंत्रप्रेन्योरशिप के बारे में पूछे जा रहे सवाल

स्टूडेंट्स के लगातार कॉल्स आ रहे हैं जिसमें वे यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि किसी विषय में अंक कम होने पर भी क्या उन्हें वहीं विषय आगे पढ़ाई के लिए मिल सकेगा। उनसे कहा जारहा है जिस फील्ड में करियर बनाना चाह रहे हैं उस फील्ड के मुताबिक सब्जेक्ट सिलेक्शन करें ,क्योंकि आने वाले समय में आईटी डिपेंडेंसी ज्यादा रहेगी। उद्यमिता से संबंधित कार्य करना चाहते हैं तो फिर उससे संबंधित विषय लें। डिजाइनिंग में जाना चाहते हैं और आर्ट वर्क फील्ड को चुने ।

दो दिन में आ चुके 2000 कॉल्स

स्टूडेंट्स के जनवरी से लेकर अभी तक 1 लाख 5 हजार कॉल्स आ चुके हैं। अधिकांश स्टूडेंट्स अपनी मार्कशीट, सप्लीमेंट्री, रूक जाना नहीं योजना सहित स्किल कोर्सेस की जानकारी ले रहे हैं। दो दिन में 2000 कॉल्स काउंसलर्स अटेंड कर चुके हैं। फेल होने स्टूडेंट्स हताश न हो इसलिए उनका मनोबल बढ़ाया जा रहा है लेकिन कई स्टूडेंट्स के कई बार बात करके उन्हें दिलासा देना होती है कि वे प्रयास करें फिर सफलता मिलेगी।