40 किलो फूलों से खेली राधा-कृष्ण ने मथुरा जैसी होली

40 किलो फूलों से खेली राधा-कृष्ण ने मथुरा जैसी होली

जनजातीय संग्रहालय के मुक्ताकाश मंच पर गुरुवार को पूर्णिमा चतुर्वेदी एवं साथी कलाकारों द्वारा निमाड़ी फाग गायन और जया सक्सेना और साथी, मथुरा द्वारा होली, मयूर, चरकुला नृत्य की प्रस्तुति दी गई। कलाकारों द्वारा मयूर नृत्य के माध्यम से राधा रानी और भगवान कृष्ण की लीलाओं को दिखाया गया। मोर पंख से बने वस्त्र धारण किए हुए कलाकारों ने मंच पर प्रस्तुति दी। नृत्य में बताया कि बरसाना के वन में मोर देखने के लिए राधा रानी आती थीं। एक समय भगवान श्रीकृष्ण ने लीला दिखाई और सारे मोर अदृश्य हो गए। राधा रानी परेशान हो गईं। तब भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं मोर का रूप धारण कर नृत्य किया। उनके साथ राधा भी मोरनी के रूप में नृत्य करने लगती हैं।

आनंद विहार गर्ल्स कॉलेज

भोपाल। होली सेलिब्रेशन के लिए स्कूल हो या कॉलेज स्टूडेंट्स सभी अपने घर पर खेलने जाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए शहर की आनंद विहार कॉलेज की गर्ल्स स्टूडेंट्स ने जमकर होली खेली। सभी फ्रेंड्स ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली की बधाई दी।