दिनभर चली बारिश से कई इलाकों में भरा पानी, पेड़ गिरे, बिजली गुल

दिनभर चली बारिश से कई इलाकों में भरा पानी, पेड़ गिरे, बिजली गुल

भोपाल। चक्रवाती तूफान निसर्ग के असर से बुधवार शाम शुरू हुई बारिश गुरुवार को दिनभर जारी रही। लगातार बारिश ने नगर निगम के नाला सफाई अभियान की पोल खोल दी है। कई नाले चोक होने से आसपास के इलाकों में भर गया। बारिश और तेज हवा के कारण एक दर्जन से ज्यादा इलाकों में पेड़ गिर गए। कई जगह पेड़ों की डालियां बिजली के तारों पर गिरने से बिजली गुल हो गई। बारिश से शहर की कई सड़कों, चौक- चौराहों सहित दर्जन से ज्यादा इलाकों इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी। सबसे ज्यादा जलभराव की शिकायत कोलार और करोंद क्षेत्र से आई। साथ ही उमरादूल्हा में एक जर्जर दीवार ढह गई, जिससे रास्ता बंद हो गया। निगम अमले ने रास्ता साफ किया।

यहां हुआ जलभराव : राजवैध कॉलोनी कोलार, राजहर्ष कॉलोनी, सुदेश नगर अशोका गार्डन, करोंद, अशोका गार्डन, अस्सी फीट रोड, गोविदंपुरा औद्योगिक क्षेत्र, हनुमानगंज, बैरसिया रोड, शाहपुरा लेक रोड, ऐशबाग आदि। फीडबैक के लिए नंबर: कमिश्नर के निर्देश पर नगर निगम ने वॉट्सएप नंबर 9713033344 जारी किया है। ताकि लोगों से नालों की सफाई की जानकारी और फीडबैक लिया जा सके। गुरुवार को संभागायुक्त कविंद्र कियावत बाढ़ से निपटने के लिए की गई निगम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे।

दिन में भी 21 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा पारा

तापमान दिनभर 21 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा। सुबह 5:30 बजे तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सुबह 8:30 बजे 21.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। सुबह 11:30 बजे फिर 22.2 और दोपहर 2:30 बजे 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं शाम 5:30 बजे तापमान और गिरकर 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

50.6 मिलीमीटर बारिश

राजधानी में बुधवार से लेकर गुरूवार शाम 5:30 बजे तक 50.6 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई। इसमें गुरुवार सुबह 8:30 बजे तक 23.2 मिमी बारिश हुई, जबकि सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक बैरागढ़ फ्यूबजर्बेटरी में 27.4 मिली मीटर और शहर में 36 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई।

सामान्य से 17 डिग्री कम रहा दिन का तापमान

मौसम वैज्ञानिक पीके साह के अनुसार गुरुवार को अधिकतम तापमान गिरकर 22.6 डिग्री पर पहुंच गया। यह सामान्य से 17 डिग्री कम रहा। वहीं रात का पारा सामान्य 5 डिग्री नीचे 21.4 डिग्री दर्ज किया गया। दिन और रात के पारे में ज्यादा अंतर नहीं रहा। यह पिछले आठ सालों में जून में साल 2012 के बाद सबसे कम दिन का तापमान रहा।