डीएफओ के पोस्टर लगाने की मास्टर माइंड निकली रेंजर, फरार

डीएफओ के पोस्टर लगाने की मास्टर माइंड निकली रेंजर, फरार

शिवपुरी। कोतवाली पुलिस ने शहर में डीएफओ सुधांशु यादव की छवि धूमल करने के लिए पोस्टर लगाने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस कृत्य के पीछे रेंजर कृतिका शुक्ला का हाथ बताया गया है। फिलहाल रेंजर कृतिका की तलाश की जा रही है। एएसपी संजीव मुले ने पत्रकारों को बताया कि 8 जून को वन परिक्षेत्र शिवपुरी के कार्यवाहक वनपाल बाबूलाल नरवरिया ने कोतवाली में आवेदन देकर बताया था कि डीएफओ सुधांशु यादव की छवि धूमिल करने के लिए शहर के विभिन्न स्थानों पर अज्ञात व्यक्ति ने पोस्टर/पर्चे चिपकाए हैं।

पुलिस ने धारा 505(2) के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया था। एएसपी ने बताया कि एसपी अमन सिंह राठौड़ ने इस मामले को गंभीरता से लेकर आरोपियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। विवेचना के दौरान कोतवाली टीआई रोहित दुबे ने तुरंत पृथक-पृथक टीमें आरोपियों की तलाश में लगाईं। करबला एवं आईटीआई तिराहे के सीसीटीवी कैमरों से पता चला कि घटना करने वाले तीन आरोपी हैं।

उनमें से दो की पहचान शौकत अली वन रक्षक शिवपुरी एवं प्रभुदयाल शर्मा वन रक्षक शिवपुरी के रूप में हुई। दोनों से पूछताछ करने पर पता चला कि उन्होंने रेंजर कृतिका शुक्ला द्वारा दिए गए पोस्टर चिपकाए थे। पोस्टर चिपकाने में रमेश शर्मा भी उनके साथ रहा। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। उधर इस घटना से जुड़ी मुख्य आरोपी रेंजर कृतिका शुक्ला गायब है। प्रकरण में विवेचना के बाद धारा 509, 120बी का इजाफा किया गया है। इस मामले में डीएफओ सुधांशु यादव ने बताया कि रेंजर कृतिका शुक्ला कोलारस रेंज में पदस्थ थी तो उन्होंने अनियमितताओं के कारण उन्हें निलंबित कर दिया था।