पिछले साल बन जाना था रीक्रिएशन सेंटर 20% काम भी पूरा नहीं हो सका

पिछले साल बन जाना था रीक्रिएशन सेंटर 20% काम भी पूरा नहीं हो सका

जबलपुर । जबलपुर विकास प्राधिकरण ने सिविक सेंटर में जिस जगह पर फन पार्क था वहां पर एक मनोरंजन सेंटर बनाने का निर्णय लिया था और 2018 में वहां पर काम लगाया था,जिसे 2019 में पूर्ण हो जाना चाहिए था। अब तक यहां पर बामुश्किल 20 फीसदी काम ही हुआ है। जिम्मेदार विलंब की वजह कोरोना संकट को मान रहे हैं। कुप्रबंधन व मजदूरों की समस्या इस काम को विलंबित करने की मुख्य वजह है। वर्तमान में मजदूरों की कमी व निर्माण सामग्री की अनुपलब्धता इस काम को गति नहीं दे पा रही है। रीक्रिएशन सेंटर का नि र्माण कार्य 2018 के अंत में शुरू किया गया था जिसके पूर्ण होने की अवधि 12 महीने बताई गई थी लिहाजा इसे 2019 के अंत तक बनकर तैयार हो जाना चाहिए था। अब जुलाई चल रहा है मगर शुरूआती काम के अलावा यहां पर कोई प्रोग्रेस नजर नहीं आ रही है। इस बारे में जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि कोरोना के कारण कार्य में विलंब हुआ है।

ऐसे में सालों पूरा नहीं होगा काम

जो गति नजर आ रही है उसे देखते हुए यह काम कई सालों में भी पूरा होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। समय पर काम न होने के कारण इसकी गुणवत्ता पर भी असर आ रहा है। जेडीए में इस समय संभागायुक्त महेश चंद्र चौधरी ही पदेन अध्यक्ष हैं वे शहर में नगर निगम के कामकाज पर तो पूरी नजर रखे हैं मगर जेडीए की लंबित योजनाओं को भी उन्हें देखना होगा।

निर्माण सामग्री हुई मंहगी, बजट पर आएगा असर

वर्तमान में निर्माण सामग्री गत वर्ष की तुलना में मंहगी हो गई है। इस रीक्रिएशन सेंटर का निर्माण 4 करोड़ रुपए से होना था जिस पर निश्चित रूप से विलंब का असर बजट में बढ़ोत्तरी से होगा। इसका जवाबदार कौन होगा इस बारे में अधिकारी चुप हैं। उदाहरण बतौर रेत ही दोगुनी मंहगी हो गई है। इसी तरह अन्य निर्माण सामाग्री के दाम भी बढ़े हैं। इसका जब निर्माण शुरू हुआ था तो रेत 15-16 सौ रुपए डंपर थी जो कि अब 3 हजार रुपए हो गई है।

आम नागरिकों को मनोरंजन स्थल उपलब्ध करवाना है उद्देश्य

रीक्रिएशन सेंटर का िनर्माण पूर्व में जहां फन पार्क था उस जगह पर बनाने का मुख्य उद्देश्य शहर के नागरिकों को मनोरंजन स्थल उपलब्ध करवाना था। इसके तैयार होने के बाद बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को मनोरंजन के साधन मुहैया हो सकें इस तरह से इसका निर्माण करवाया जाना है।

फैक्ट फाइल

4 करोड़ रुपए है रीक्रिएशन सेंटर की लागत

2018 के अंत में हुआ था काम शुरू

12 माह थी निर्माण पूर्ण होने की अवधि

20 फीसदी निर्माण कार्य भी पूर्ण नहीं।