मृतकों के परिजनों ने पीएम के लिए छुए डॉक्टरों के पैर, किया चक्काजाम

मृतकों के परिजनों ने पीएम के लिए छुए डॉक्टरों के पैर, किया चक्काजाम

ग्वालियर। एक मई से शुरू हुए वादाखिलाफी आंदोलन के तहत चिकित्सक महासंघ के डॉक्टरों ने रूटीन के साथ इमरजेंसी सेवाएं पूरी तरह बंद कर दीं, जिससे अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गई। सीनियर के काम नहीं करने की वजह से अस्पतालों की व्यवस्थाएं पूरी तरह से ठप हो गई हैं, जिससे न केवल मरीजों को उपचार मिल पाया, बल्कि जिन मरीजों की मौत हो गई उनके पीएम तक नहीं हो रहे थे।

तीन मृतकों के परिजन बॉडी देने एवं पोस्टमार्टम के लिए घंटों परेशान होते रहे, इसमें बाद मृतकों के परिजन हजार बिस्तर अस्पताल में डॉक्टरों के धरना स्थल पर पहुंचे, जहां नरेंद्र नाम के मृतक के परिजन हड़ताली डॉक्टरों के पैरों पर गिर गए और अपनी परेशानी बताते हुए पीएम कराने की गुहार लगाई, लेकिन मरीजों की सेवा की कसम खाने वाले हड़ताली डॉक्टरों का दिल नहीं पसीजा। उन्होंने कहा हम पीएम नहीं कर सकते हैं।

इसके बाद दर-दर परेशान होने के बाद मृतकों के परिजनों का गुस्सा भड़क गया है और हजार बिस्तर अस्पताल के बाहर चक्काजाम कर दिया है। यह चक्काजाम काफी देर तक चला, इस दौरान पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। थाना प्रभारी दीपक यादव दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और उनके समझाने के बाद डॉक्टर पीएम के लिए राजी हुए, तब कहीं जाकर मृतकों के परिजनों को उनके शव मिले।

हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए प्रदेशभर में सभी चिकित्सकों ने हड़ताल वापस ले ली है, लेकिन सरकार के रूख से देखते हुए हमने यह निर्णय लिया हैं कि गुरुवार को प्रदेशभर के सभी चिकित्सक मेडिकल कॉलेज में सामूहिक इस्तीफे देंगे। डॉ. सुनील अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन