सज गए भोले बाबा... देवगुराड़िया पर मेला

इंदौर। महाशिवरात्रि को लेकर शिव मंदिरों में विशेष शृंगार होगा। केसर जल से स्रान, बेलपत्र, धतूरा, विजया (भांग) का चढ़ावा, रूद्राभिषेक जैसे आयोजन होंगे। शुक्रवार को काटजू कॉलोनी में बाबा की बरात निकली, वहीं मनकामेश्वर मंदिर पर शिवजी को उबटन लगाया गया। देवगुराड़िया (गरूड़तीर्थ) पर शनिवार से चार दिनी मेला शुरू होगा। महाशिवरात्रि भगवान शिवशंकर को समर्पित होती है। इस दिन प्रभु का खास अभिषेक होता है। पूजन में बेलपत्र, धतूरा अहम है। अधिकांश मंदिरों में पूजन सामग्री का व्यवस्था की गई है। आज कपलेश्वर महादेव मंदिर काटजू कॉलोनी से भोलेबाबा की बरात निकली, वहीं नवलखा स्थित मनकामेश्वर मंदिर पर प्रभु का उबटन लेपन हुआ।
आज निकलेगी बरात
जगजीवनराम नगर स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर से शनिवार को शाम 4 बजे शिवशंकर की बरात निकलेगी। बरात में बैंडबाजे, घोड़े-बग्गी सहित भक्तजन शामिल होंगे। नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर एमओजी लाइंस पर सुबह दुग्धाभिषेक होगा, तत्पश्चात ठंडाई का वितरण होगा। कपलेश्वर महादेव मंदिर काटजू कॉलोनी में रुद्राभिषेक होगा। मनकामेश्वर मंदिर पर शिवजी को केसर जल से स्रान कराया जाएगा। सायंकाल रजवाड़ी महल में अर्द्धनारीश्वर के रूप में आर्ट एवं टिश्यू पेपर से बनाई गई जीवंत झांकी के दर्शन होंगे।
क्या है गरुड़ तीर्थ
मान्यता है नेमावर रोड देवगुराड़िया स्थित शिवमंदिर पर गरुड़जी ने तपस्या की थी। इससे इस मंदिर का नाम गरुड़ तीर्थ के तौर पर प्रसिद्ध है। मंदिर में प्राकृतिक गोमुख से शिवलिंग का स्वमेव अभिषेक होता है।
चार दिवसीय मेला
महाशिवरात्रि पर देवगुराड़िया (गरुड़ तीर्थ) चार दिवसीय मेला लगेगा। मेला यहां दो सौ साल से अधिक से लगता आ रहा है। स्टेट गजेटियर 1896 में बकायदा इसका जिक्र है कि देवगुराड़िया में महाशिवरात्रि के अवसर पर मेला लगता है। यह आज तक चला आ रहा है।