स्कूल तो खोल दिए, शिक्षकों की भर्ती करना भूला शिक्षा विभाग

स्कूल तो खोल दिए, शिक्षकों की भर्ती करना भूला शिक्षा विभाग

जबलपुर । प्राइवेट अंग्रेजी मीडियम के स्कूलों को टक्कर देने के लिए जिले में पिछले साल इंग्लिश मीडियम शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल की शुरूआत की गई थी। जो अपने उद्देश्य से भटकती हुई नजर आ रही है। एक साल बीतने के बाद भी इन स्कूलों में अंग्रेजी मीडियम शिक्षकों की भर्ती नहीं हो सकी है। इसके अलावा इन स्कूलों में एडमीशन लिए बच्चों को पढ़ाने का दायित्व विभाग द्वारा उन शिक्षकों को सौंपा गया है जिन्हें टूटी-फूटी अंग्रेजी आती है। जिसके चलते उन बच्चों का भविष्य अंधकार में जाता हुआ नजर आ रहा है। विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पनागर, मंझौली, सिहोरा, कुंडम, जबलपुर और शहपुरा में शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल का संचालन किया जा रहा है। जिसमें करीब 567 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। पिछले एक साल से संचालित हो रहे यह स्कूल निजी स्कूलों की तरह मॉडल का रूप नहीं ले पा रहे हैं। जिसका मुख्य कारण स्कूल में पढ़ाई करा रहे हिंदी मीडियम के शिक्षक हैं। वहीं दूसरी ओर स्कूल में हो रही पढ़ाई के स्तर की बात करें तो अंग्रेजी मीडियम स्कूल में होने वाली करीब 80 प्रतिशत गतिविधियां हिंदी भाषा में हो रही है। जिससे विद्यार्थियों का पर्याप्त विकास नहीं हो पा रहा है, जैसे प्राइवेट के नामी-गिरामी निजी स्कूलों के बच्चों का होता है।

शासकीय इंग्लिश मीडियम शिक्षकों की नहीं हुई कोई भर्ती

विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल में अभी तक किसी भी शिक्षक की भर्ती नहीं हुई है। यह स्कूल हिंदी मीडियम में पढ़ा रहे शिक्षकों के भरोसे संचालित हो रहे हैं। जिससे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को अंग्रेजी माध्यम के स्तर की पढ़ाई नहीं दी जा रही है।

मिडिल कक्षा तक ही हैं अंग्रेजी मीडियम स्कूल

शिक्षा विभाग द्वारा शुरू की गई शासकीय अंग्रेजी मीडियम की कवायद सिर्फ मिडिल स्कूल तक ही सीमित रह गई है। जिसके बाद विद्यार्थियों को 9वीं कक्षा में पढ़ने के लिए वापस हिंदी मीडियम स्कूल में अपना एडमीशन कराना होगा। जिससे वह विद्यार्थी न तो पूरी तरह अंग्रेजी मीडियम के रहेंगे और न ही हिंदी मीडियम के रहेंगे। इस वजह से स्कूलों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या कम है।

जबलपुर में सिर्फ एक ही शासकीय इंग्लिश मीडियम प्राइमरी स्कूल

अंग्रेजी मीडियम स्कूल की इस कवायद के अंतर्गत जबलपुर शहर में सिर्फ एक ही शासकीय इंग्लिश मीडियम प्राइमरी स्कूल है, जो बेलबाग में संचालित हो रहा है। इस स्कूल में करीब 300 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। लेकिन प्राइमरी स्कूल पास करने के बाद विद्यार्थी के सामने सिर्फ एक ही स्कूल प्रवेश लेने के लिए बचता है जो है मॉडल स्कूल, जहां प्रतिशत व लॉटरी सिस्टम के आधार पर बच्चों को प्रवेश दिया जाता है।