शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार आज, बिसेन, शुक्ला और लोधी लेंगे शपथ
चुनाव के मद्देनजर क्षेत्रीय व जातीय समीकरण साधने की कवायद
भोपाल। प्रदेश में संभवत: यह पहला मौका है, जब विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच मंत्रिमंडल विस्तार सुर्खियों में है। शिवराज मंत्रिमंडल का शनिवार को सुबह 8:45 बजे विस्तार हो रहा है। विधायक गौरीशंकर बिसेन, राजेंद्र शुक्ला और राहुल सिंह लोधी को राजभवन पहुंचने की सूचना भेज दी गई है। रात को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल मंगुभाई पटेल को इस संबंध में औपचारिक सूचना दे दी। नए मंत्रियों में दो कैबिनेट और एक राज्यमंत्री होगा। इनका कार्यकाल करीब 50 दिन ही रहेगा। सीएम चौहान के चौथे कार्यकाल का यह तीसरा विस्तार है। क्षेत्रीय और जातीय समीकरण साधने के लिए यह निर्णय लिया गया है। शिवराज मंत्रिमंडल में मौजूदा मंत्रियों की संख्या 30 है। अधिकतम संख्या के हिसाब से अभी चार स्थान खाली हैं। एक संभावना यह भी है कि नए मंत्रियों की संख्या 4 भी हो सकती है। लेकिन, देर रात तक इसकी पुष्टि नहीं हुई। महाकोशल से बिसेन, विंध्य अंचल से शुक्ला और बुंदेलखंड से लोधी को कैबिनेट में शामिल करने से इन तीनों अंचल में भाजपा को सियासी फायदा दिख रहा है।
समीकरण साधने का जतन :
उल्लेखनीय है कि भाजपा की ओर से चुनाव के लिए 39 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की जा चुकी है। प्रदेश की सियासत में यह पहला मौका है जब चुनाव के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद सत्ताधारी दल क्षेत्र और विभिन्न वर्गों को लुभाने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार का प्रयोग भी आजमा रहा है।
मंत्री बनने की ख्वाहिशें रह गई अधूरी :
यशपाल सिंह सिसोदिया, हरीशंकर खटीक, रामपाल सिंह, प्रदीप लारिया, सुलोचना रावत, अजय विश्नोई, महेंद्र हार्डिया, संजय पाठक।
चुनावी शंखनाद हो चुका :
कैबिनेट विस्तार की पिछले तीन साल के दौरान कई बार चर्चा उठी, लेकिन मामला अटकलों तक ही सीमित रहा। इस बार चुनावी शंखनाद कर चुकी भाजपा को अब क्षेत्रीय जनाधार थामने के लिए यह प्रयोग भी करना पड़ रहा है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि संबंधित क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व मिलने से क्षेत्रीय और जातीय संतुलन भी सधेगा। प्रदेश में पिछले चार-पांच दिन से मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा जोर-शोर से चल रही है।
गौरीशंकर बिसे
दिग्गज नेता बिसेन महाकोशल अंचल से आते हैं। इस क्षेत्र में विधानसभा की कुल 34 सीटें हैं। इनमें से भाजपा के खाते में 23 सीटें हैं। 12 पर कांग्रेस और 1 सीट पर निर्दलीय विधायक काबिज है। क्षेत्र में जनाधार थामने और सियासी नुकसान से बचने के लिए यह उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है।
राजेंद्र शुक्ला
पूर्व मंत्री शुक्ला विंध्य अंचल का प्रतिनिधित्व करते हैं। विंध्य में विधानसभा की कुल 22 सीटें हैं। इनमें से भाजपा 19 और कांग्रेस 3 सीटों पर काबिज है। भाजपा द्वारा इस क्षेत्र में जनाधार बरकरार रखने और विधानसभा चुनाव की चुनौती को देखते हुए शुक्ला की ताजपोशी की जा रही है।
राहुल लोधी
बुंदेलखंड की खरगापुर सीट से लोधी विधायक हैं। इस अंचल की 26 में से 15 सीटें भाजपा और 9 कांग्रेस के पास हैं। क्षेत्र से 4 मंत्री पहले से कैबिनेट में हैं, लेकिन लोधी वोट को साधने इन्हें मौका दिया गया है। राहुल को प्रतिनिधित्व मिलने से समाज के साथ जिले में भाजपा अपने लिए फायदा देख रही है।