सिंगापुर के विशेषज्ञों ने बताया अटैक से पीड़ित प्रसूता आए तो कैंसे दें सीपीसीआर

जबलपुर। सिंगापुर के विशेषज्ञों ने प्रदेशभर के जिलों से आए चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ को अटैक से पीड़ित आई गर्भवती महिला को सीपीसीआर देने की टेक्नीक के बारे में बताया। यह ट्रेनिंग नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग व नेशनल हेल्थ मिशन द्वारा सिंग हेल्थ सिंगापुर तथा टाटा-ट्रस्ट, टेमेक्स फाउंडेशन के सहयोग से शुरू हुई पांच दिवसीय मेटरनल एवं चाइल्ड हेल्थ ट्रेनिंग एवं वर्कशॉप के दूसरे दिन दी गई। हेंड्स आन ट्रेनिंग में शामिल हुए प्रतिभागी चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ को डॉ. प्रो. तान हक कून चेयरनमेन डिवीजन आफ आब्स्ट्रिक एडं गायनिक डिपार्टमेंट केके वूमन एडं चिल्ड्रन हॉस्पिटल सिंगापुर, डॉ. प्रो. लिम जेयसन, डॉ. प्रो. यांग एवं अन्य विशेषज्ञों की टीम स्किल स्टेशन में प्रेक्टिकल के तौर पर डमी मरीजों में डिलेवरी के दौरान होने वाले रक्तस्त्राव को मैनेज किए जाने। प्रीम्योचर और ब्रीच और शोल्डर डिस्टोशिया। आकस्मिक लेरिंगों स्कोप एयरवे को पेटेंट करने की विधि। के साथ इमरजेंसी में एनेस्थीसिया दिये जाने को लेकर प्रतिभागियों को जानकारी दी। ट्रेनिंग के दौरान डॉ. विजया राव सीनियर प्रोजेक्ट डायरेक्टर इंटरनेशनल कोलेवरेशन आॅफिसर सिंग हेल्थ सिंगापुर, मेडिकल कॉलेज के एनेस्थीसिया विभाग के एचओडी डॉ. आशीष सेठी, गायनिक विभाग की एचओडी डॉ. कविता एन सिंह, डॉ. प्रियदर्शनी तिवारी, डॉ.श्वेता सिरसिकर, डॉ. अर्चना सिंह, डॉ. रानू जैन, डॉ. डाली, डॉ. अर्चना ठाकुर, डॉ. साक्षी मिश्रा, को- आर्डीनेटर धर्मेन्द्र शर्मा उपस्थित रहे।