स्काइमेट ने कहा-मानसून आया, मौसम विभाग असहमत

स्काइमेट ने कहा-मानसून आया, मौसम विभाग असहमत

नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के उलट मानसून शनिवार को केरल के तट से टकराया है। निजी एजेंसी स्काईमेट ने इस बात का दावा किया है। भारतीय मौसम विभाग ने कहा था कि मानसून एक जून को केरल तट से टकराएगा, लेकिन अब दो दिन पहले ही इसकी आने की खबर है। हालांकि, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अभी आधिकारिक तौर पर इसका एलान नहीं किया है। स्काईमेट वेदर के सीईओ जतिन सिंह ने कहा कि केरल के ऊपर दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन की घोषणा करने के लिए बारिश, आउटवेव लॉन्गवेव रेडिएशन (ओएलआर) मूल्य और हवा की गति जैसी सभी स्थितियों की निगरानी पूरी तरह से की गई है। केरल के तट से मानसून के टकराने के बाद देश में चार महीने की बारिश के मौसम की शुरुआत होती है। देश में जून से सितंबर के बीच 75 फीसदी बारिश होती है।

औसत रहेगा इस बार मानसून

मौसम विभाग ने अप्रैल में कहा था कि इस बार मानसून औसत ही रहने वाला है। विभाग के मुताबिक 96 से 100 प्रतिशत बारिश को सामान्य मानसून माना जाता है। पिछले साल यह आठ दिन की देरी से आठ जून को केरल के समुद्र तट से टकराया था। भारत में जून से सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून से बारिश होती है।

भारतीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बल

कोरोना वायरस् ने भारत समेत वैश्विक अर्थव्यवस्था की कमर ही तोड़ दी है। अब मॉनसून की बारिश देश में मंदी की मार दूर करने में कारगर साबित हो सकती है। भारत में मानसून सामान्य रहने से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है।

अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनेगा

आईएमडी ने शनिवार को कहा कि अगले 48 घंटे में अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनेगा और वह तीन जून तक गुजरात और उत्तर महाराष्ट के तटों की ओर बढ़ेगा।अरब सागर के ऊपर दो कम दबाव के क्षेत्र बन रहे हैं, जिसमें से एक अफ्रीकी तट से लगे समुद्र क्षेत्र के ऊपर है और वह ओमान व यमन की ओर बढ़ सकता है, जबकि दूसरा भारत के करीब है। हाल में प. बंगाल में अम्फान चक्रवात आया था।