निजी अस्पताल शुरू करें फीवर क्लीनिक कोई मरीज परेशान न हो : कलेक्टर

निजी अस्पताल शुरू करें फीवर क्लीनिक कोई मरीज परेशान न हो : कलेक्टर

जबलपुर । कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में शहर के सभी निजी अस्पतालों से सक्रिय सहयोग का आव्हान करते हुए कलेक्टर भरत यादव ने अस्पताल के प्रबंधकों से कहा है कि वे अपने यहां अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के साथ-साथ कोरोना संदिग्धों का भी उपचार करें और इनके लिए अपने यहां उपलब्ध बिस्तरों में से कम से कम दस फीसदी आरक्षित रखें। बैठक में कलेक्टर श्री यादव ने शहर के सभी निजी अस्पतालों में फीवर क्लीनिक प्रारंभ करने तथा सर्दी, खांसी, बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ वाले मरीजों की जांच करने पर जोर दिया।

स्वास्थ्य विभाग को देना होगा डेटा

श्री यादव ने कहा कि निजी अस्पतालों के फीवर क्लीनिक में आने वाले व्यक्तियों को प्रोटोकॉल के अनुसार उपचार देना होगा और उनका डेटा स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराना होगा। उन्होंने कहा कि सेम्पल में यदि मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो ऐसे मरीजों को डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर या कोविड हॉस्पिटल में शिμट किया जा सकता है।

कोरोना जांच सुविधा भी विकसित हो

कलेक्टर ने बैठक में कहा कि निजी अस्पतालों में आया कोई भी मरीज बिना उपचार के वापस न लौटे यह अस्पताल प्रबंधन को सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने निजी अस्पतालों में कोरोना के सेम्पल की जांच की सुविधा विकसित करने पर भी जोर दिया। श्री यादव ने कहा कि निजी अस्पतालों में आये कोरोना संदिग्धों के सेम्पल के लिए सूचना देने पर जिला अस्पताल टीम फौरन वहां पहुंचेगी। ऐसे मरीजों को कोविड केयर सेंटर या कोविड हॉस्पिटल में शिट कर सकते हैं।

जरूरत पड़ी तो अधिग्रहित करेंगे निजी अस्पताल

कलेक्टर ने कहा कि भविष्य में यदि कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती है तो प्रशासन निजी अस्पतालों को अधिग्रहित भी कर सकता है। इसके लिए अस्पताल प्रबंधन को तैयार रहना होगा। उन्होंने निजी अस्पतालों को होटल या होम आइसोलेशन में रहकर इलाज कराने के इच्छुक कोरोना संक्रमितों के लिए चिकित्सकों की विजिटिंग फीस का पैकेज तय करने की सलाह भी दी।

ऐसोसिएशन ने दिया आश्वासन

बैठक में नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र जामदार ने कोरोना के संक्रमण से निपटने में निजी अस्पतालों की ओर से जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।

ये रहे उपस्थित

बैठक में अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रत्नेश कुररिया, डॉ. जितेन्द्र जामदार, डॉ. राजेश धीरावाणी तथा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, नर्सिंग होम एसोसिएशन के पदाधिकारी एवं निजी अस्पतालों के प्रबंधक मौजूद थे।