मप्र में मिला सिलिका सैंड का भंडार, बनेगा कांच

मप्र में मिला सिलिका सैंड का भंडार, बनेगा कांच

 भोपाल ।   मध्यप्रदेश में पहली बार ऐसी रेत निकली है, जिससे कॉच बनाया जाता है। इस रेत को सिलिका सैंड है और इसकी नीलामी खनिज विभाग करने जा रहा है। यह रेत नदियों में नहीं पाई जाती है, बल्कि नदी तट पर मिलती है। रीवा जिले के ग्राम रघुनाथपुर में 14 हेक्टेयर में सिलिका सैंड पाया गया है, जिसकी नीलामी 60 लाख रुपए टन के हिसाब से की जाएगी। मध्यप्रदेश से निकलने वाली रेत का उपयोग अभी तक भवन, पुल- पुलिया, सड़क, ओवर फलाई और मेट्रो ट्रैन के लिए बनाए जाने वाले ऐलीवेटेड में किया जाता रहा है, लेकिन अब प्रदेश की रेत से कांच भी बनाया जाएगा। इस रेत को सिलिका सैंड कहा जाता है। खनिज विभाग के जियोलॉजिकल शाखा द्वारा किए गए सर्वे में रीवा जिले के रघुनाथपुर गांव में सिलका सैंड मिला है। अन्य जिलों में भी इसका सर्वे किया जा रहा है। इस रेत को खदान से निकालने के लिए खनिज विकास निगम ने टेंडर जारी किया है, जिसमें निविदाकारों से 24 जुलाई तक ऑफर बुलाए गए हैं। इस खदान से हर साल एक लाख टन सिलिका सैंड निकाली जाएगी । निविदा डालने वाली कंपनी को अमानत के रूप में 15 लाख रुपए जमा करना होंगे।

सिलिका सैंड के लिए टेंडर जारी किया गया है

 मप्र के रीवा जिले में ऐसी रेत निकली है, जिसका उपयोग कांच के निर्माण में किया जाता है। यह रेत नदी में नहीं पाई जाती, बल्कि नदी के तटों पर मिलती है। टेंडर जारी किया गया है। विनीत आस्टिन, संचालक, खनिज विभाग