ट्विन टॉवर की जगह नए आवास परिसर बनाना चाहती है सुपरटेक

ट्विन टॉवर की जगह नए आवास परिसर बनाना चाहती है सुपरटेक

 नई दिल्ली। रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक लिमिटेड नोएडा स्थित अपनी ट्विन टॉवर इमारत को नियंत्रित धमाके के साथ गिराए जाने के बाद उसी जगह पर एक नई आवासीय परियोजना बनाना चाहती है। सुपरटेक के चेयरमैन आर के अरोड़ा ने कहा कि अगर नोएडा विकास प्राधिकरण इस नई परियोजना को मंजूरी नहीं देता है तो कंपनी भूमि पर आई लागत और अन्य खर्चों की वापसी की मांग करेगी। सुपरटेक ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ट्विन टॉवर के गिराए जाने से लगभग 500 करोड़ रुपए का नुकसान होने का दावा किया है। मौजूदा जमीन की कीमत अब 80 करोड़ : प्राधिकरण से कंपनी को इसकी मंजूरी मिलने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कंपनी निश्चित रूप से एक योजना बनाएगी और फिर प्राधिकरण को इस पर फैसला करना है। अरोड़ा ने कहा, मौजूदा दर पर इस जमीन की कीमत करीब 80 करोड़ रुपए है। इसके अलावा इस परियोजना में अतिरिक्त फर्श क्षेत्र अनुपात की खरीद के लिए करीब 25 करोड़ रुपए का भुगतान भी सुपरटेक ने किया था।

दो एकड़ जमीन पर बने थे ट्विन टावर : अरोड़ा ने कहा कि नोएडा के सेक्टर 93 ए में प्राधिकरण ने एक समूह आवासीय परियोजना के लिए सुपरटेक को 14 एकड़ भूमि आवंटित की थी। इस भूमि खंड में से दो एकड़ जमीन पर ट्विन टॉवर बनाए गए थे। अरोड़ा ने कहा, अब ट्विन टॉवर को ध्वस्त कर दिया गया है और अब हम कंपनी के स्वामित्व वाली दो एकड़ भूमि पर एक समूह आवासीय परियोजना के विकास का प्रस्ताव लेकर आएंगे।

नोएडा विकास प्राधिकरण को देगी प्रस्ताव

एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी के अंदर इन दोनों टॉवर का निर्माण निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन करते हुए किया गया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 28 अगस्त को 100 मीटर ऊंचे इन टॉवर को विध्वंसक लगाकर ढहा दिया गया। इसे गिराने में 3,700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था। टॉवर वाली जगह से मलबा हटाए जाने के बाद अरोड़ा ने कहा कि कंपनी उस स्थान पर एक आवासीय परियोजना विकसित करने के लिए नोएडा विकास प्राधिकरण के समक्ष एक प्रस्ताव रखेगी। इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर कंपनी एमराल्ड कोर्ट परिसर के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) की सहमति भी लेगी।

मलबे की रिसाइकिलिंग अगले सप्ताह से शुरू करेगी रि-सस्टेनेबिलिटी

पर्यावरण सेवाएं एवं अवसंरचना समाधान देने वाली कंपनी रिसस्टे नेबिलिटी ने शनिवार को कहा कि सुपरटेक के ध्वस्त किए गए ट्विन टावरों के कचरे में से 30,000 टन कचरे का पुनर्चक्रण (रि-साइकिल) वह अगले सप्ताह से शुरू कर सकती है। कंपनी को सुपरटेक के ट्विन टावरों के विध्वंस से उत्पन्न कचरे को अगले तीन महीनों में रि-साइकिल करने के लिए नोएडा प्राधिकरण से ठेका मिला है। कचरे को निर्माण सामग्री में बदला जाएगा। विध्वंस से उत्पन्न कुल कचरा लगभग 80,000 टन है।