बहुप्रतीक्षित केन-बेतवा लिंक परियोजना के टेंडर जारी, छह साल में होगी तैयार
विस चुनाव के पहले प्रधानमंत्री को छठवीं बार मप्र बुलाने की तैयारी
भोपाल। रविदास मंदिर के बाद अब विधानसभा चुनाव के पहले केन- बेतवा लिंक परियोजना के लिए शिलान्यास करने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मध्य प्रदेश बुलाने की तैयारी तेज कर दी गई है। अभी पांच महीनों में प्रधानमंत्री पांच बार मध्यप्रदेश में आ चुके हैं। केन- बेतवा के लिए राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण (एनडब्यूडीए) ने शुक्रवार को टेंडर जारी कर दिए हैं। 10 अक्टूबर तक टेंडर बुलाए गए हैं। बांध निर्माण के संबंध में वन एवं पर्यावरण तथा तमाम तरह की अन्य अनुमतियां लेने में तेजी आई है। परियोजना की कुल लागत 44 हजार 605 करोड़ रुपए से अधिक है। परियोजना की डीपीआर तैयार हो गई है। इसके ठेकेदारों का निर्धारण दो माह के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। परियोजना के लिए एनडब्यूडीए ने पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है। परियोजना को पूरा करने के लिए 72 माह का समय रखा गया है। बांध और नहरों के निर्माण का काम एक साथ किया जाएगा, जिससे परियोजना समय सीमा में पूरी हो सके।
पहाड़ों को बचाने के लिए चार किमी लंबी टनल बनाई जाएगी केन-बेतवा लिंक परियोजना में पन्ना के दो बड़े पहाड़ों को बचाने के लिए करीब चार किलोमीटर की लंबी टनल बनाई जाएगी। इन टनलों के बीच से एक तरफ मध्य प्रदेश को पानी पहुंचाया जाएगा, जबकि दूसरी टनल से उत्तर प्रदेश तक पानी पहुंचेगा। एक टनल की लंबाई डेढ़ और दूसरे की लंबाई ढाई किलोमीटर होगी। इंदिरा सागर के बाद यह दूसरा डेम होगा जब पहाड़ों के बीच से टनल निकाली जा रही है। नर्मदा नदी में खंडवा जिले में स्थित इंदिरा सागर डेम में चार किलोमीटर की एक टनल बनाई गई थी।
परियोजना में बांध बनाने के लिए भू अर्जन का काम तेज
परियोजना में बांध निर्माण के लिए भू-अर्जन अधिनियम-2013 के अंतर्गत पन्ना एवं छतरपुर जिले में प्रभावित ग्रामों की संपत्ति एवं निजी भूमि का सर्वे एवं सत्यापन कार्य संबंधित जिला प्रशासन ने पूर्ण कर लिया है। विस्थापितों के समुचित पुनर्वास के लिए उपयुक्त भूमि का चयन किया जा रहा है। परियोजना से प्रभावित कुल 21 ग्रामों में से 14 ग्रामों के अंतर्गत आने वाली लगभग 3,500 हेक्टेयर शासकीय भूमि पन्ना टाइगर रिजर्व को हस्तांतरित किये जाने की प्रक्रिया संबंधित जिला प्रशासन द्वारा पूरी कर ली गई है।
फायदा: आठ लाख 11 हजार हेक्टे. में होगी सिंचाई
केन बेतवा लिंक परियोजना से पन्ना, छतरपुर दमोह सहित कई जिले में 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी। 41 लाख आबादी को पेयजल मिलेगा। इससे मध्यप्रदेश के 10 जिलों के 2,040 गांव लाभान्वित होंगे। वहीं 103 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होगा।1111
44 हजार 605 करोड़ की केन बेतवा लिंक परियोजना
- केन और बेतवा नदी को जोड़कर पन्ना टाइगर क्षेत्र में बनेगा बांध।
- मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के 10 जिलों को पानी मिलेगा।
- वर्ष 2005 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसकी शुरुआत की थी।
- केंद्र सरकार देगी : 90% राशि
- राज्य सरकारें देंगी : 5-5% राशि
- केन-बेसिन से उप्र में सिंचाई : 2.27 लाख हेक्टेयर
- केन-बेसिन से मप्र में सिंचाई : 4.47 लाख हेक्टेयर
- बेतवा बेसिन से मप्र में सिंचाई : 2.06 लाख हेक्टेयर
- केन-बेतवा परियोजना से तैयार बिजली मध्यप्रदेश की होगी