बिहार में गठबंधन में तल्खी, लालू- नीतीश ने की अलग-अलग बैठकें
नई दिल्ली। बिहार के सीएम नीतीश कुमार और विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों में गहराती दरार के संकेतों के बीच जदयू प्रमुख के भाजपा के साथ गठबंधन में लौटने की संभावना जताई जा रही है। राजनीति में परिवारवाद को बढ़ावा देने वाली पार्टियों पर जद (यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार के कटाक्ष के बाद राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने एक्स पर पोस्ट में 'हवा की दिशा बदलने के साथ अपनी विचारधारा बदलने' के लिए नीतीश पर तंज कसा था। विवाद के बीच सीएम हाउस में नीतीश और राबड़ी आवास पर लालू और तेजस्वी ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की है। लालू ने विस अध्यक्ष अवध नारायण चौधरी से फोन पर बात भी की है। विवाद के बीच नीतीश के करीबी केसी त्यागी ने कहा है कि राज्य में विपक्ष के इंडिया गठबंधन को खतरा नहीं है। वहीं, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सम्राट चौधरी केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिले।
क्या हुआ बिहार की राजनीति में
- अमित शाह ने बिहार के भाजपा नेताओं के साथ देर रात बैठक की
- चिराग पासवान बोले - अगले कुछ घंटे राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण
- लालू ने विस स्पीकर से बात की, नीतीश ने डिप्टी स्पीकर को बुलाया
- केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय जीतन राम मांझी से मिले
इंडिया में नहीं मिला मन का पद:
सूत्रों ने कहा कि नीतीश कुमार को उनके राजनीतिक कद के अनुरूप विपक्षी गठबंधन इंडिया में स्थान नहीं मिलने के कारण जद (यू) नेता नाखुश बताए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुमार लोकसभा चुनाव के साथ शीघ्र विधानसभा चुनाव कराने के भी पक्षधर हैं। लेकिन इस सुझाव पर राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राजद की तरफ से सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
पाला बदलते रहे नीतीश:
कुमार सत्ता में बरकरार रहते हुए कभी भाजपा, तो कभी राजद-कांग्रेस- वाम गठबंधन में शामिल होते रहे हैं। खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल में एक साक्षात्कार में कुमार के भाजपा खेमे के साथ जुड़ने की संभावना के संकेत दिए थे। जनता दल (यू) अध्यक्ष की भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में वापसी की संभावना के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा था कि इसपर भाजपा विचार करेगी।