पांच दिनों की तेजी पर लगा ब्रेक, सेंसेक्स 59 अंक और निफ्टी 30 अंक फिसला

पांच दिनों की तेजी पर लगा ब्रेक, सेंसेक्स 59 अंक और निफ्टी 30 अंक फिसला

मुंबई। शेयर बाजारों में पिछले पांच कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर बुधवार को विराम लग गया और बीएसई सेंसेक्स 59 अंक की मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच निवेशकों की आईटी, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों तथा वित्तीय कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से शेयर बाजार नीचे आये। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 58.81 अंक यानी 0.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 37,871.52 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 29.65 अंक यानी 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,132.60 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में एचयूएल रही। इसमें 3.06 प्रतिशत की गिरावट आयी। मंगलवार को जारी कंपनी के वित्तीय परिणाम के अनुसार उसका एकीकृत शुद्ध लाभ जून तिमाही में 5.68 प्रतिशत बढ़कर 1,897 करोड़ रुपए रहा। कंपनी ने यह भी कहा कि कोविड-19 संकट के बीच एक-दो तिमाहियों में उतार-चढ़ाव की आशंका है। इसके अलावा टाटा स्टील, इन्फोसिस, मारुति, इंडसइंड बैंक, एल एंड टी, एशियन पेंट्स और टीसीएस के शेयर भी 2.51 प्रतिशत तक टूटे। दूसरी तरफ एक्सिस बैंक, टाइटन, पावरग्रिड, आईटीसी, एनटीपीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 7.36 प्रतिशत तक लाभ में रहे। कारोबारियों के अनुसार शेयर केंद्रित कदम के साथ ही मुनाफावसूली से बाजार नीचे आया। इसके अलावा वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख से भी निवेशक थोडे सतर्क दिखे। अमेरिका-चीन के बीच तनाव बढ़ने से वैश्विक शेयर बाजारों पर असर पड़ा। अमेरिका ने अचानक से चीन से ह्रूस्टन स्थित वाणिज्य दूतावास बंद करने को कहा। चीन का शंघाई शेयर बाजार लाभ में रहा जबकि हांगकांग, दक्षिण कोरिया का सोल और जापान का टोक्यो बाजार नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबाार मे बड़ी गिरावट दर्ज की गयी। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘भारतीय शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव रहा और अंत में वे गिरावट के साथ बंद हुए। अमेरिका- चीन के बीच तनाव बढ़ने से वैश्विक बाजारों पर असर पड़ा। कोविड-19 संव्रच्च्मण के मामले बढ़ने से भी धारणा प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में निजी बैंक लाभ में रहे। इसका कारण एक्सिस बैंक का वित्तीय परिणाम है। हालांकि वाहन, आईटी, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की अगुवाई में गिरावट आयी। बृहस्पतिवार को सौदों के निपटान का अंतिम दिन होने से उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।’इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 0.74 प्रतिशत टूटकर 43.99 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। वहीं विदेशी विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 74.75 पर स्थिर बंद हुआ।