22 देशों में फैला था पोर्न फिल्म बनाने वालों का नेटवर्क पाकिस्तानी नागरिक से डिजाइन कराई गई थी पोर्न वेबसाइट

22 देशों में फैला था पोर्न फिल्म बनाने वालों का नेटवर्क  पाकिस्तानी नागरिक से डिजाइन कराई गई थी पोर्न वेबसाइट

इंदौर । पोर्न फिल्म शूटिंग केस की जांच का दायरा बढ़ने के साथ ही बड़ी जानकारियां भी सामने आ रहीं हैं। पता चला है कि गिरोह का नेटवर्क 22 देशों में फैला हुआ था। यह गिरोह लालच देकर मॉडल्स को फंसाता था। अब गिरोह के दो और आरोपी दीपक सैनी और केशव सिंह साइबर सेल के हत्थे चढ़े हैं। पॉर्न वेबसाइट पर वीडियो को दिखाने वाले प्लैटफॉर्म फिनियों मूवीज बनाने में दीपक सैनी का ही दिमाग है। उसने पाकिस्तान के हुसैन अली नाम के शख्स से यह प्लैटफॉर्म डिजाइन कराया था। जांच में पता चला है कि गिरोह लड़कियों को वेब सीरीज में काम दिलाने के बाहने अपने जाल में फंसाता था। 
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अल्ट बालाजी में वेब सीरीज बनाने के नाम पर एडल्ट वेब सीरीज बनाई जा रहीं थी। इसके बाद इन्हें पोर्न साइट पर डाला जा रहा था। फिनियो मूवीज का मालिक 30 साल का दीपक सैनी ग्वालियर का, जबकि उसका सहयोगी 27 साल का केशव सिंह मुरैना का रहने वाला है। दीपक ने इंदौर के एक कॉलेज से बीटेक किया है। 2019 में फ्रीलांसर वेबसाइट के जरिए वह पाकिस्तान के नागरिक हुसैन अली के संपर्क में आया।
दीपक ने बताया कि फिनियों मूवीज ओटीटी प्लैटफॉर्म तैयार कराने के लिए उसने पाक नागरिग हुसैन को 20 हजार रुपए दिए थे। फिनियों मूवीज का मैंटेनेंस का काम हुसैन ही देख रहा था। इसके लिए सैनी उसे 30 से 40 हजार रुपए महीना (पाकिस्तानी करंसी के हिसाब से 60 से 80 हजार रुपए) दे रहा था। वह अपना पूरा काम ग्वालियर से संचालित कर रहा था। पूछताछ में उसने बताया कि फिल्म बनाने में डायरेक्टर बृजेंद्र गुर्जर, राजेश बजाड उर्फ राज गुर्जर, अंकित चावडा, मिलिंद डाबर, सुनील जैन, अनिल द्विवेदी, विजयानंद पांडेय, अजय गोयल, गजेंद्र सिंह, युवराज, प्रमोद सिमरिया, योगेन्द्र जाट भी शामिल हैं।
दीपक ने बताया कि ओटीटी प्लैटफॉर्म पर सबसे पहली फिल्म एलएसडी एक एडल्ट वेब सीरीज अपलोड की गई। इसमें लोगों का अच्छा रिस्पांस मिला। इसके बाद फिनियो मूवीज पर एडल्ट वेब सीरीज कम पैसों में बनाकर और बनवाकर अपलोड किया जाने लगा। इसके बाद वह मॉडल और डायरेक्टर का चयन कर अश्लील फिल्में बनवाने लगा। आरोपी ने अशोक सिंह से भी 'लव इन लॉकडाउन', 'माया', 'फ्रेंडशिप' और 'शांताबाई' नाम की फिल्में खरीदीं। वह अश्लील फिल्मों के कारोबार को बढ़ाने के लिए फिनियों मूवीज जैसे और भी ओटीटी प्लैटफॉर्म तैयार कराने की तैयारी में था।
फिनियो मूवीज को देश ही नहीं, विदेशों से भी जुड़े लोगों से मोटी रकम मिलने लगी थी। गिरोह ने धीरे-धीरे फिजियो मूवीज के नेटवर्क का विस्तार कर अमेरिका, कनाडा, टर्की, कुवैत इंडोनेशिया, मलेशिया सहित 22 देशों तक पहुंचा दिया। दीपक ने बताया कि विजयानंद पाण्डेय, अशोक सिंह को 'शांताबाई' और अन्य वेब सीरीज को अपने ओटीटी प्लैटफॉर्म पर चलाने के लिए 4 से 5 लॉख रुपए दिए। राजेश बजाज उर्फ राज गुर्जर, अशोक सिंह और विजयानंद पाण्डेय के तार ओटीटी प्लैटफॉर्म उल्लू, फ्लिज मूवीज के साथ भी जुड़े हैं। ये एडल्ट मूवीज बनाने का काम करते हैं।

मास्टरमाइंड गुर्जर भी आ चुका है गिरफ्त में
गिरोह का मास्टरमाइंड बृजेंद्र सिंह गुर्जर भिंड का रहने वाला है। उस राज्य साइबर सेल पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। उसने बताया था कि फिल्म में काम दिलाने का लालच देकर लड़कियों से पॉर्न फिल्म में काम कराया जाता था। इंदौर में एरोड्रम क्षेत्र के फार्म हाउस पर भी एडल्ट मूवी की शूटिंग की गई थी। इस पूरे नेटवर्क को मुंबई में बैठे अशोक सिंह और विजयानंद पाण्डेय संचालित कर रहे थे।