एमवाय अस्पताल में तीर लगे मरीज का ऑपरेशन कर दिया जीवनदान

इंदौर। एमवाय अस्पताल के डॉक्टरों ने जटिल सर्जरी कर एक मरीज की जान बचाई है। बड़वानी जिले के ग्राम उवड़गढ़ में 60 वर्षीय मरीज इस्माल को दीपावली की रात गंभीर अवस्था में भर्ती कराया था। मरीज को आपसी विवाद में उसे किसी ने तीन तीर मार दिए थे, जो शरीर में काफी अंदर तक धंसे थे। ये तीर पेट, जांघ और हाथ में लगे थे। तीर लगने के कारण मरीज बेहोश हो गया था। मरीज को प्रारंभिक इलाज के लिए पहले बड़वानी अस्पताल में ले जाया गया था, लेकिन उसकी हालत देखकर डॉक्टर ने उसे एमवाय अस्पताल रेफर कर दिया था।
दीपावली के दूसरे दिन रात डॉक्टरों की टीम ने बिना समय गंवाए तुरंत ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज की हालत चिंताजनक थी। खून का इंतजाम कर टीम ने मरीज को बिना देरी किए ऑपरेशन थिएटर में लिया। लगातार पांच घंटे तक उसका ऑपरेशन चला, जिसमें मरीज के चोटिल अंगों को रिपेयर कर उसकी जान बचाई गई। जांघ में लगे तीर से पैरों की नसों को चोट पहुंची थी। मरीज की हालत में सुधार है। उसे जल्द ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। इस्माल के परिवार की भाषा भी पूरी तरह से अलग है। वह हिंदी भी ठीक से समझ नहीं पाते हैं।
टीम में ये डॉक्टर थे शामिल
एमवाय अस्पताल में मरीज की सर्जरी बिल्कुल नि:शुल्क की गई, वहीं यदि निजी अस्पताल में सर्जरी होती तो मरीज को लाखों रुपए लग जाते। सर्जरी टीम के डॉ. अरविंद घनघोरिया ने बताया कि यह सर्जरी काफी जटिल थी, जिसे हमारी टीम ने सफलतापूर्वक पूरा किया। ऑपरेशन में डॉ. नवीन गुप्ता, डॉ. फरीद खान, डॉ. सहज धाकड़ मौजूद थे। एनेस्थीसिया डॉ. केके अरोरा और डॉ. रितु पुराणिक ने दिया। बता दें कि इससे पहले भी एमवाय अस्पताल में इस तरह की कई जटिल सर्जरी की जा चुकी हैं।