दबंगों से तालाबों का कब्जा वापस लेकर मछुआरों को दिया जाएगा

दबंगों से तालाबों का कब्जा वापस लेकर मछुआरों को दिया जाएगा

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर केवट जयंती कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शासकीय तालाब और जल-संरचनाओं पर पहला हक मछुआरों का है। दबंगों से तालाबों का कब्जा वापस लेकर मछुआरों को दिया जाएगा और शासकीय सेवा में जो कर्मचारी हैं, वे सेवा से बाहर नहीं होंगे। समिति बनाकर शासकीय सेवा के लिए जाति प्रमाण-पत्र की विसंगति दूर करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां केवट समाज की बहुलता है, वहां निषादराज स्मारक और भवन बनाएंगे तथा मूर्तियां लगाई जाएंगी। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में काम-धंधे के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि केवट जयंती विकास और प्रगति में नींव का पत्थर साबित होगी।

केवट समाज को अधिकार दिलाने की मांग की गई

मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम बाथम ने मछुआरों और केवट समाज को अधिकार दिलाने की मांग की। उन्होंने भोपाल में ठहरने के लिए रेस्ट हाउस की भी मांग रखी। प्रदेश में प्रभु केवट की मूर्तियां लगाने का भी आग्रह किया।