सॉल्वर दे रहा था पेपर, बोला-दोस्त की शादी थी इसलिए वह परीक्षा देने आ गया
ग्वालियर। जीवाजी विवि की बीएड फर्स्ट सेम की परीक्षा में शुक्रवार को वीआरजी गर्ल्स कॉलेज में सॉल्वर पकड़ा गया। इससे पहले साइंस कॉलेज में लड़की सॉल्वर पकड़ी गई थी। दोनों सॉल्वरों में कनेक्शन यह है कि दोनों बिहार के हैं। सॉल्वर ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि दोस्त की शादी थी, इसलिए वह पेपर देने आ गया।
बीएड परीक्षा में शुक्रवार को लेंग्वेज एक्रॉस द करिकुलम पार्ट-1 विषय का पेपर था। वीआरजी कॉलेज में कक्ष क्रमांक डबल स्टोरी बी में परीक्षार्थी सुधीर कुमार महतो रोल नंबर 211133237 के स्थान पर सिकेंद्र कुमार यादव परीक्षा दे रहा था। साइन कराने के दौरान रजिस्टर पर लगा फोटो परीक्षार्थी से मेल नहीं खाने पर वीक्षक ने छात्र से आधार कार्ड मांगा तो उसने आधार कार्ड निकालकर दे दिया। रिकॉर्ड में लगे आधार कार्ड से उसका मिलान नहीं हुआ तो वीक्षक को फर्जी छात्र समझते देर नहीं लगी। वीक्षक ने प्राचार्य और केंद्राध्यक्ष को बुला लिया। सॉल्वर ने बताया कि वह मूल परीक्षार्थी सुधीर कुमार का दोस्त है। सुधीर की शादी होने के कारण उसकी जगह वह परीक्षा देने आ गया। कॉलेज की ओर से आरके खंडेलवाल ने थाना मुरार में फर्जी परीक्षार्थी सिकेंद्र कुमार यादव पुत्र निवासी सुपौल बिहार के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया।
पहले पेपर में छात्र अनुपस्थित था
कॉलेज के आरके खंडेलवाल ने बताया कि बीएड फर्स्ट सेम के पहले पेपर में छात्र अनुपस्थित था। दूसरे में किसने परीक्षा दी, यह ज्ञात नहीं है। तीसरे पेपर में फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया। बीएड में चौथा और अंतिम पेपर करिकुलम डवलपमेंट एंड स्कूल विषय का पेपर होगा।
दूसरे पेपर में छात्रा सॉल्वर पकड़ी गई थी
बीएड परीक्षा के दूसरे पेपर एजुकेशन इन इंडिया स्टेटस, प्रॉब्लम्स एंड इश्यूज विषय के पेपर में साइंस कॉलेज में छात्रा सुचिता कुमारी के स्थान पूजा कुमारी परीक्षा दे रही थी। सुचिता के पति और पूजा कुमार का भाई दोनों दोस्त थे। सुचिता के स्थान पर पूजा के परीक्षा देने के लिए 25 हजार रुपए में सौदा हुआ था। पूजा और उसका भाई अनिमेश बेगुसराय बिहार के रहने वाले हैं। सुचिता का मायका जबलपुर में और शादी बेगुसराय में हुई है।