दिनभर छाए रहे बादल से कूल हुआ मौसम

दिनभर छाए रहे बादल से कूल हुआ मौसम

इंदौर। नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में मावठे के साथ ही मौसम ने करवट बदली है। रविवार और सोमवार हुई बारिश के बाद मौसम में ठंडक घुल गई है, वहीं मंगलवार सुबह के साथ रात में कोहरा छाया हुआ है। मंगलवार सुबह से बादल छाए रहे, साथ ही कोहरा भी रहा। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी तीन दिनों तक इसी तरह से मौसम रहेगा। गुरुवार व शुक्रवार के दिन बारिश होने के आसार हैं। हालांकि इस दिनों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। बारिश व बादलों की वजह से दिन के पारे में गिरावट आई है जिसकी वजह से सीजन में पहली बार ठंड का असर सबसे अधिक रहा है। दिन का पारा गिरकर 24 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है, जबकि रात का पारा 16.5 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। तीन दिन तक इसी तरह का मौसम रहने की वजह से पारे में और भी गिरावट आने की संभावना है।

गर्म कपड़ों का सज गया बाजार- सर्दी बढ़ने के साथ मालवा मिल, विजयनगर सहित कई जगहों पर गर्म कपड़ों का बाजार सज गया है। इसके अलावा मुख्य बाजार में भी गर्म कपड़ों की बिक्री जोरों पर है।

पहली से पांचवीं तक कक्षाओं का बदला समय- ठंड को देखते हुए इंदौर में नर्सरी से कक्षा पांचवीं तक के स्कूल के समय में परिवर्तन किया गया है। कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने आंगनवाड़ी केंद्र, शासकीय और प्राइवेट स्कूलों में नर्सरी से पांचवीं की कक्षाओं का समय 9 बजे के बाद लगाने के आदेश दिए हैं।

नहीं सुधरी वायु गुणवत्ता, हेल्थ के लिहाज से मीडियम

वायु गुणवत्ता में सुधार अभी भी दूर की कौड़ी है। एयर क्वालिटी इंडेक्स की बात करें तो यह मंगलवार को भी बिगड़ा रहा। शाम 4 बजे की स्थिति में रीगल तिराहे का एक्यूआई 148 (मीडियम) माइक्रो ग्राम / घनमीटर रहा। इस दौरान पीएम 10 से 60 व पीएम 2.5 से 40 माइक्रो ग्राम/ घनमीटर हो गया। वरिष्ठ पर्यावरणविद् डॉ. दिलीप वाघेला के अनुसार रीजनल पार्क तरफ एक्यूआई 71 (मध्यम) रहा, वहीं पीएम 10 से 71 एवं पीएम 2.5 से 27 माइक्रो ग्राम/ घनमीटर रहा।

रबी की फसलों को होगा फायदा

जिले में इन दिनों कई जगहों पर गेहूं, चना, सरसों की बुवाई हो चुकी। पिछले कुछ दिनों से दिन और रात के तापमान में गिरावट हो रही है। वहीं दो दिन पहले हुई बारिश के बाद मौसम फसलों के लिए अनुकूल हो गया है। इन दिनों बारिश से रबी की फसलों को फायदा मिलेगा। किसानों का कहना है कि आने वाले दिनों में बारिश होने से सर्दी बढ़ऩे से सरसों व गेहूं के अंकुरण और बढ़वार पर अच्छा असर पड़ेगा।