हटाए जाने के बाद भी नहीं टूटा उषा राज का घमंड, बोली- 2 दिन में कैंसिल हो जाएगा अटैचमेंट

हटाए जाने के बाद भी नहीं टूटा उषा राज का घमंड, बोली- 2 दिन में कैंसिल हो जाएगा अटैचमेंट

भोपाल। भैरवगढ़ सेंट्रल जेल अधीक्षक उषा राज का घमंड मुख्यालय अटैचमेंट के बाद भी नहीं टूटा। शनिवार को पहले तो देवास जेल अधीक्षक हिमानी मनवारे को चार्ज देने में परेशान करते हुए अधीक्षक की ही कुर्सी पर बैठी रही। इसके बाद दोपहर को जब जीपीएफ घोटाले में पूछताछ करने माधवनगर टीआई प्रवीण पाठक पहुंचे तो लगातार भोपाल फोन लगाए और धमकाते हुए बोलीं कि, मेरी डायरेक्ट बात हो चुकी है, दो दिन में अटैचमेंट का आर्डर कैंसिल हो जाएगा। दरअसल 15 करोड़ रुपए के जीपीएफ घोटाले में जेल अधीक्षक उषा राज के लॉगिन और पासवर्ड का इस्तेमाल होता रहा। वहीं दो साल से त्रैमासिक समीक्षा और वार्षिक आॅडिट में भी अनदेखी की गई। कर्मचारी जब भी किसी इमरजेंसी के चलते जीपीएफ निकालने की बात करते तो टाल मटोल की जाती थी। अब इस मामले में एफआईआर होने के बाद एडिशनल एसपी इंदरजीत बाकलवार की अगुवाई में पुलिस जांच कर रही है। इसी सिलसिले में शनिवार दोपहर माधवनगर टीआई प्रवीण पाठक पहुंचे, लेकिन उषा राज ने बयान देने के बजाय पुलिस टीम को धमकाना शुरू कर दिया।

महिला पुलिस की टीम पहुंची

बयान देने में आनाकानी और बाद में बयानों पर हस्ताक्षर नहीं करने के साथ बढ़ते विवाद की सूचना मिलने के बाद महिला पुलिस टीम पहुंची। करीब घंटेभर बाद उषा राज को किसी तरह जेल से बाहर निकालकर महिला पुलिस ले जा सकी। जेल से बाहर निकलते समय भी उषा राज लगातार पुलिस वालों को धमकी देती रहीं।

तीन को लिया हिरासत में

पुलिस ने कल रात से ही प्रहरी संजय व्यास, रवि सिकरवार और फरार हो चुके मुख्य आरोपी रिपुदमन सिंह के इंदौर में पदस्थ आरक्षक भाई आदर्श सिंह रघुवंशी को हिरासत में ले लिया है। इसके पूर्व रिपुदमन सिंह रघुवंशी, धर्मेदं लोधी और शैलेंद्र सिकरवार गायब हो चुके हैं। जेल कर्मियों के अनुसार रिपुदमन सिंह अपने साथ दो बडेÞ सूटकेस भी ले गया है।

पूछताछ के लिए बुलाया

पुलिस सेंट्रल जेल में उषा राज पूछताछ में सहयोग नहीं कर रही थीं और बार-बार भोपाल के साथ ही यहां- वहां फोन लगाने और पुलिस टीम को धमकाने में लगी रहीं। ऐसे में पूछताछ के लिए महिला पुलिस बल के साथ बुलाया गया है। इसके पूर्व से रात से ही खाते में पैसे शिμट करवाने वाले दो प्रहरियों और एक कांस्टेबल से भी पूछताछ चल रही है। बैंक खातों को चेक करवा रहे हैं। -डॉ. इंदरजीत बाकलवार, एडिशनल एसपी, उज्जैन