बांसुरी की धुन पर वंदे मातरम् और व्हिसल पर शोले का गीत
देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात भारतीय सेना के जवान किसी भी क्षेत्र में किसी से कम नहीं है। फिर चाहे वह दुश्मनों से जंग हो या फिर गायन, वादन का क्षेत्र हो। हर क्षेत्र में अपना परचम लहराते हुए दिखाई देते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा बुधवार को देखने को मिला रवींद्र भवन सभागम केंद्र में। मौका था, कंबाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस के अंतर्गत ट्राई सर्विस सिम्फोनिक बैंड की परफॉर्मेंस का। इस दौरान तीनों सेनाओं के 70 म्यूजिशियंस ने एक साथ बैंड परफॉर्मेंस दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल मंगूभाई पटेल विशेष रूप से उपस्थित थे। इस दौरान ट्राई सर्विस बैंड में भारतीय वायु सेना की धुनों को संयोजित और संकलित वारंट आफिसर विजय कुमार सिंह और मनीष कुमार शुक्ला ने किया। साथ ही बैंड कंडक्टर जूनियर वारंट आॅफिसर राजेन्द्र सिंह ने किया। थल सेना की ओर से धुन को नायब सूबेदार जीवन रसायली और हबलदार मुर्ली कृष्णन ने किया। वहीं नौ सेना की ओर से बैंड कंडक्टर एम एथिनी राज रहे। साथ ही तीनों बैंड का नेतृत्व कमांडर सतीश चैंपियन ने किया।
भारत-पाक युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने की याद में सुनाई मंगल धुन
कार्यक्रम की शुरुआत भारत-पाक युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने की याद में तैयार की गई मंगल धुन से की गई। इस दौरान कमांडर सतीश चैंपियन ने म्यूजिशियंस के साथ मंगल धुन की प्रस्तुति दी। इसके बाद शोले फिल्म की धुन को बजाया और फिल्म के पात्रों को स्क्रीन पर दिखाया गया। प्रस्तुति में आगे बढ़ते हुए बांसुरी, वायलिन और तबले की थाप पर वंदे मातरम की मनमोहक प्रस्तुति दी तो सभागार में उपस्थित सभी श्रोताओं ने तालियों के साथ गायक व वादकों का अभिनंदन किया। इसके बाद केसरी फिल्म का गाना ‘तेरी मिट्टी में मिल जावां...’ की प्रस्तुति दी। वादक आनंद ने जाइलोफोन की धुन पर उपस्थित श्रोताओं को मोहित कर लिया। इसी क्रम में ‘ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ प्यारे वतन..’ गाने की धुन प्रस्तुत की। स्लमडॉग मिलियनेयर के गाने ‘जय हो...’ और फिल्म एयरलिμट के गाने ‘तू भूला जिसे...’ गाने को सुनाया।
फौजी मेले में देखें देश की तीनों सेनाओं के शस्त्र व उनकी उपलब्धियां
एमवीएम कॉलेज के ग्राउंड में 5 दिवसीय फौजी मेले शस्त्र प्रदर्शनी का आयोजन बुधवार को किया गया जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। इस अवसर पर सीएम शिवराज ने कहा कि हमारी सेना धर्म की जय के लिए काम करती है। अब हथियारों के मामले में भी हम आत्मनिर्भर होते जा रहे हैं। एग्जीबिशन में तीनों सेनाओं के सैन्य कौशल का प्रदर्शन किया जा रहा है। यह प्रदर्शनी आम नागरिकों के लिए 2 अप्रैल तक सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक खुली रहेगी जिसमें प्रवेश निशुल्क रहेगा।
मिसाइल आर- 73
मिसाइल आर-73 एक मध्यम दूरी की हवा से हवा में हमला करने वाली पैसिव हेमिंग गाइडेंस मिसाइल है। इसका उपयोग दुश्मन के विमानों को नष्ट करने के लिए किया जाता है। इसे मिग-बाइसन, मिग- 29 और मिराज विमान में इस्तेमाल किया जाता है।
अर्जुन एमके-1
मुकेश सिंह ने बताया कि अर्जुन टैंक में चार लोग बैठ सकते है, यह 1400 हॉर्स पावर जनरेट करता है। इसमें एक लेंस दिन और एक लेंस रात के समय काम करता है। यह 40 किलोमीटर की रेंज तक काम करता है। वहीं 3 किमी पर अपने लक्ष्य को टारगेट करता है।