‘शिवराज’ को भाए विवेकानंद, ‘विष्णु’ तलाश रहे गीता में सुकून

‘शिवराज’ को भाए विवेकानंद, ‘विष्णु’ तलाश रहे गीता में सुकून

भोपाल। कोरोना संकट की चपेट में आए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा सहित कई दिग्गज नेता अस्पताल में योग-ध्यान और धार्मिक पुस्तकों के सहारे समय काट रहे हैं। महामारी को मात देने शिवराज, विवेकानंद का साहित्य पढ़ रहे हैं तो शर्मा भगवद् गीता में मानसिक सुकून तलाश रहे हैं। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ‘हनुमान रहस्य’ पढ़कर दहशत से बचाव के उपाय ढूंढ रहे हैं। राजधानी के निजी अस्पताल में मुख्यमंत्री चौहान 9 दिन से भर्ती हैं। एक-दो दिन में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलने की संभावना है। यह पहला मौका है जब सरकार व संगठन के मुखिया सहित मंत्री अरविंद भदौरिया, तुलसी सिलावट, रामखेलावन पटेल, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और विधायक सहित दिग्गज नेता इस महामारी से जूझ रहे हैं। मुख्यमंत्री, भाजपा अध्यक्ष और भदौरिया के कमरे आसपास ही हैं लेकिन एक दूसरे से मिल नहीं पा रहे। परिजनों से मुलाकात नहीं हो रही, संगठन महामंत्री भगत भाजपा मुख्यालय स्थित अपने निवास पर ही इलाज करा रहे हैं।

साथ लाए विवेकानंद की पुस्तकें

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब अस्पताल में भर्ती हुए तो अपने साथ विवेकानंद एवं आचार्य श्रीराम शर्मा की कुछ पुस्तकें भी ले आए थे। खाली समय उन्होंने विवेकानंद दर्शन और आध्यात्मिक पुस्तकों के साथ ही बिताया। सुबह योग प्राणायाम से लेकर रात्रि विश्राम तक व्यस्त दिनचर्या से अस्पताल का एकाकीपन उन पर हॉवी नहीं हो पाया। इस दौरान अपनी प्रशासनिक सक्रियता भी बनाए रखी।

गीता पढ़कर मिल रहा सुकून

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा कहते हैं कि सुबह 7 बजे उठने के बाद सूर्य नमस्कार, योग- ध्यान और दिन में भगवद् गीता पढ़ने व महामृत्युंजय मंत्र सुनने से मन को सुकून मिलता है। इस संकटकाल में मोबाइल बड़ा सहारा है मित्रों से खूब बातें कर रहे हैं। इस बीच मन पसंद गाने-भजन भी सुन लेते हैं। प्रदेश व देश-दुनिया की खबरों पर भी नजर बनी हुई है। रात साढ़े 11 बजे तक सो जाते हैं।

भगत पढ़ रहे नर्मदा परिक्रमा

संगठन महामंत्री भगत ने बताया कि अस्पताल जाने के बजाए मैं अपने निवास पर ही इलाज करा रहा हूं। डॉक्टरों की टीम लगातार चैकअप करती है। योग- प्राणायाम और सादे-पौष्टिक भोजन पर जोर है। खाली समय में ‘नर्मदा परिक्रमा’ मराठी पुस्तक पढ़ रहा हूं। शनिवार को जिलाध्यक्षों से वर्चुअल मीटिंग भी कर चुका हूं। जल्दी ही स्वस्थ हो जाउंगा।

पीसी पढ़ रहे हनुमान रहस्य

पूर्व मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि लंबे समय से मेरे पास हनुमान रहस्य पुस्तक रखी थी। उसे पढ़कर मन को शांति मिल रही है। एक मित्र के सुझाव पर ‘योगी की आत्मकथा’ भी मंगाई है। फोन पर मित्रों व परिजनों से संपर्क बना हुआ है। इस बीमारी के बारे में उन्होंने बताया कि ग्वालियर यात्रा से कोरोना संक्रमण लगा। अब दवाएं और काढ़ा ले रहे हैं। अपनी चाय स्वयं ही बनाता हूं। सुबह-शाम टहल भी लेते हैं। रात को जल्द सो जाते है।