मप्र में जहां-जहां कृष्ण के पांव पड़े, उसे बनाएंगे तीर्थ स्थल : सीएम

मप्र में जहां-जहां कृष्ण के पांव पड़े, उसे बनाएंगे तीर्थ स्थल : सीएम

भोपाल। राम मंदिर के बाद अब भाजपा सरकार का फोकस कृष्ण पर आ गया है। मध्यप्रदेश में जहां-जहां भगवान कृष्ण के पांव पड़े हैं, उन सभी स्थानों को एक तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। यह ऐलान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता प्रकट करते हुए किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र हमारे लिए एक पवित्र धर्मग्रंथ की तरह है और यह गीता-रामायण जैसा है। इसे अक्षरश: पांच साल में पूरा करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश में पहले से चल रही किसी भी योजना को बंद नहीं किया जाएगा। पांच साल की सरकार में हर वादे पूरे होंगे। ये एक दिन की सरकार नहीं है, न ही 15 महीने की।

इन स्थानों पर कृष्ण का उल्लेख

  1.  धार के पास अमझेरा में रुक्मिणी के साथ उनका युद्ध हुआ था।
  2.  जनापांव में भगवान परशुराम को सुदर्शन चक्र दिया गया था।

सरकार कराएगी अयोध्या दर्शन:

सीएम ने कहा कि जो यात्री अयोध्या जाना चाहेंगे, उन्हें तीर्थ दर्शन योजना के तहत अयोध्या भेजा जाएगा। ट्रेन, बस से मध्यप्रदेश की जनता को सरकार राम लला के दर्शन कराएगी। वहीं, कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आपकी सरकार ने इस पर अड़ंगा लगाया, कारसेवकों का अपमान किया। आप ‘राम नाम सत्य’ करने वाले को कोर्ट में सर्टिफिकेट देते थे। कपिल सिब्बल का आज भी एफिडेविट इस बात के लिए लज्जित करता है कि प्रभु राम पर प्रश्न उठाते थे। अगर तम्हारे राम होते, तो सर्टिफिकेट क्यों देते?

10 साल बाद भी नहीं बन सका राम वन गमन पथ :

भाजपा की शिवराज सरकार ने 10 वर्ष पहले राम वन गमन पथ बनाने का ऐलान किया था। अभी तक इसकी रूपरेखा तैयार नहीं हो पाई है। हालांकि, चुनाव आचार संहिता लागू होने से कुछ समय पहले इसके संबंध में एक ट्रस्ट बना दिया गया है, लेकिन इसकी अभी तक एक भी बैठक नहीं हुई है। इसमें जहां से राम की यात्रा हुई है और उन्होंने जहां विश्राम किया है, उन स्थलों का विकास करना तथा मूलभूत सुविधाएं सरकार को उपलब्ध कराना है।