एअर इंडिया में व्यापक संभावनाएं अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन बनाएंगे

नई दिल्ली। एअर इंडिया में व्यापक संभावनाएं हैं और समूह को एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन बनाने के प्रयास जारी हैं। एअर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कैंपबेल विल्सन ने सोमवार को यह बात कही। विल्सन ने मीडिया को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए कहा कि एअर इंडिया के साथ विस्तार के एकीकरण की प्रक्रिया जारी है और अब भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से मंजूरी का इंतजार है। विल्सन ने कहा कि हाल के समय में उड़ान के दौरान यात्रियों के खराब बर्ताव की घटनाओं के बाद एयरलाइन ने अपनी शराब पिलाने की नीति में बदलाव किया है। उन्होंने कहा कि एयरलाइन ने इस तरह के मामलों में सख्त कारर्वाई की है। उन्होंने कहा, किसी यात्री के नशे में होने की पहचान के लिए शराब नीति में इस तरह की घटनाओं की जानकारी और कारर्वाई को लेकर बदलाव किए गए हैं। लगभग रोज इस तरह के मामले आते हैं। इसकी वजह यह है कि यात्री ने विमान में सवार होने से पहले ही शराब पी होती है। अब इस तरह के मामलों की अधिक जानकारी दी जा रही है। हम ऐसे मामलों में सख्त कदम उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा एअर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट (पूर्व में एयरएशिया इंडिया) के एकीकरण की प्रक्रिया भी चल रही है। उन्होंने कहा कि एअर इंडिया के पास अपार क्षमता और अभूतपूर्व अवसर हैं। समूह एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनने पर काम कर रहा है। एअर इंडिया ने 14 फरवरी को 470 विमानों के लिए आर्डर देने की घोषणा की। इसमें से 70 बड़े आकार के विमान हैं। विल्सन ने कहा कि इसका वित्तपोषण विभिन्न स्रोतों से किया जाएगा। टाटा समूह ने पिछले साल जनवरी में एअर इंडिया का अधिग्रहण किया था। एअर इंडिया ने एयरबस और बोइंग को 470 विमानों का आर्डर दिया है। इसके साथ ही उसके पास 370 और विमानों को खरीदने का विकल्प भी है। इस बारे में विल्सन ने कहा कि 370 और विमानों को खरीदने के विकल्प के लिए कोई समयसीमा नहीं है। हम बाजार का आकलन करेंगे और उसके बाद ही इस बारे में कोई कदम उठाया जाएगा।
स्पाइसजेट में 7.5 प्रतिशत हिस्सेदारी लेगी कार्लाइल एविएशन पार्टनर्स
किफायती सेवाएं देने वाली एयरलाइन स्पाइसजेट ने पट्टे पर विमान देने वाली कंपनी कार्लाइल एविएशन पार्टनर्स के बकाया 10 करोड़ डॉलर को इक्विटी शेयरों और अनिवार्य परिवर्तनीय डिबेंचर (सीसीडी) में पुनगर्ठित किया है। कंपनी ने सोमवार को बयान में कहा कि उसके निदेशक मंडल की बैठक में कार्लाइल एविएशन पार्टनर्स को 2.95 करोड़ डॉलर (244.28 करोड़ रुपये) मूल्य के शेयर 48 रुपए प्रति शेयर या सेबी द्वारा तय भाव, जो भी ऊंचा है, पर जारी करने की मंजूरी दी है। इस लेनदेन के बाद कार्लाइल एविएशन पार्टनर्स के पास स्पाइसजेट की 7.5 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी होगी। कार्लाइल एविएशन पार्टनर्स कार्लाइल के 143 अरब डॉलर के वैश्विक ऋण मंच की वाणिज्यिक विमानन निवेश एवं सेवा इकाई है। कंपनी ने कहा कि कार्लाइल एविएशन पार्टनर्स द्वारा हमारे यात्री और कार्गो कारोबार में हिस्सेदारी के अधिग्रहण से स्पाइसजेट और स्पाइसएक्सप्रेस की व्यापक क्षमताओं का पता चलता है। स्पाइसजेट के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा, कार्लाइल की हमारे साथ भागीदारी से हमारा कारोबार बढ़ेगा। यह हमारे लिए बदलाव और अवसरों का मौका है।