महिला बाल विकास:1027 युवाओं की छिनी रोजी रोटी, बढ़ा विरोध

महिला बाल विकास:1027 युवाओं की छिनी रोजी रोटी, बढ़ा विरोध

भोपाल। पोषण अभियान के डाटा एनालिसिस करने से लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को टेक्निकल सपोर्ट एंड ट्रेनिंग देने का कॉन्ट्रैक्ट अचानक कैंसिल कर दिया गया है। इससे बीते 4 साल से कार्यरत 1027 आउट सोर्स वर्कर को 3 माह से अटका वेतन मिलना मुश्किल हो गया है। केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित, पोषण अभियान प्रदेश भर में चलाया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट वर्ष 2018 से लेकर वर्ष 2022 तक चलना है। प्रोजेक्ट के टेक्निकल सपोर्ट एंड ट्रेनिंग के लिए ठेका करीब 20 करोड़ रुपए सालाना पर दिया गया था जोकि विभाग में पूर्व से कार्यरत कंपनी ‘जिम’ को ही दिया गया था। अचानक वर्ष 2019 में इस कंपनी को हटाकर इंदौर और दिल्ली की कंपनी थर्ड आई को आउट सोर्स सप्लाई का ठेका दे दिया गया क्वालिटी टर्म में रही नाकाम: सूत्रों के अनुसार आउट सोर्स वर्कर्स मुहैया कराने वाली कंपनी क्वालिटी टर्म में नाकाम रही। एक साल बाद भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल ट्रेनिंग से लेकर अन्य टेक्निकल सपोर्ट निर्धारित मापदंडों के अनुसार पूरी नहीं हो सकी। इसके अलावा डाटा कलेक्शन एवं एनालिसिस का काम भी टारगेट के अनुसार नहीं हो सका। मार्च 2020 में कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू नहीं किया गया।