झुंडपुरा कॉलेज के भवन की जांच को लेकर कलेक्टर मुरैना को पत्र लिखा

झुंडपुरा कॉलेज के भवन की जांच को लेकर कलेक्टर मुरैना को पत्र लिखा

ग्वालियर। जीवाजी विवि के कुलसचिव अरुण चौहान ने झुंडपुरा सबलगढ़ स्थित शिवशक्ति कॉलेज के भवन और भूमि के सत्यापन को लेकर कलेक्टर मुरैना को पत्र लिखा है। यह पत्र विवि की जांच कमेटी को झुंडपुरा में कॉलेज का भवन नहीं मिलने के बाद लिखा गया है, क्योंकि जांच कमेटी में एसडीएम मुरैना भी शामिल थे, लेकिन वह किसी कारणवश कमेटी के साथ नहीं थे। कलेक्टर द्वारा मौके पर कॉलेज का भवन नहीं होने की रिपोर्ट दी जाती है तो विवि कॉलेज की संबद्धता खत्म करने की कार्रवाई कर सकता है।

कॉलेज ही नहीं तो निरीक्षण किसका किया

विवि की कमेटी ने कुछ दिन पूर्व झुंडपुरा जाकर शिवशक्ति कॉलेज के बारे में जानकारी ली तो मौके पर कॉलेज का नामोनिशान नहीं था। कमेटी ने कॉलेज संचालक को फोन भी लगाया मगर उन्होंने फोन नहीं उठाया। कमेटी ने रिपोर्ट कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी को सौंप दी है। कॉलेजों को सत्र 2023-24 की संबद्धता देने के लिए बाकी कॉलेजों की तरह शिवशक्ति कॉलेज का निरीक्षण किया गया। कमेटी ने कॉलेज का निरीक्षण करके रिपोर्ट दे दी और हर बार की तरह विवि द्वारा कॉलेज को संबद्धता दे दी गई। गौर करने वाली बात यह है विवि की एक कमेटी कॉलेज नहीं होने की रिपोर्ट दे रही है और एक कमेटी कॉलेज का निरीक्षण करके रिपोर्ट दी है। झुंडपुरा में कॉलेज नहीं होने के बाद विवि के उन प्रोफेसरों पर अंगुली उठती है, जिन्होंने कॉलेज का निरीक्षण करके रिपोर्ट दी। कॉलेज का दो बार निरीक्षण तो विवि के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी भी कर चुके हैं। सूत्रों की मानें तो शिवशक्ति कॉलेज जैसे कई कॉलेज हैं, जो सिर्फ कागजों में चल रहे हैं। अगर इनका भौतिक सत्यापन किया जाए तो बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है।

क्या है मामला

डॉ. अरुण शर्मा ने विवि के तत्कालीन कुलसचिव डॉ. आरके बघेल से शिकायत की थी कि उन्हें शिवशक्ति कॉलेज झुंडपुरा में प्राचार्य दर्शाया गया है, जबकि वह कॉलेज में पदस्थ नहीं है। इसके बाद उन्होंने कॉलेज को लेकर एक और शिकायत की, जिसमें उन्होंने कहा कि वह खुद झुंडपुरा से है मगर वहां शिवशक्ति नाम से कोई कॉलेज नहीं है। कुलसचिव ने उनकी शिकायत पर गौर नहीं किया। इसके बाद डॉ. शर्मा ने प्रधानमंत्री कार्यालय, राज्यपाल, उच्च शिक्षा विभाग, लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू में शिकायत की गई। ईओडब्ल्यू ने मामले की जांच शुरू कर दी है और उन सभी लोगों के नाम मांगें हैं, जो कॉलेज का निरीक्षण करने गए थे।

झुंडपुरा कॉलेज की तरह कई और कॉलेजों की शिकायत आई है। इनकी जांच कराई जाएगी और जांच कमेटी में एक ईसी मेंबर को रखा जाएगा। डॉ. विवेक भदौरिया, ईसी मेंबर जेयू