यूथ ब्रिगेड बदल रही चुनाव की दिशा, सब का युवा मतदाताओं पर फोकस
कांग्रेस-भाजपा की युवाओं को रिझाने की रणनीति

जबलपुर। समय के साथ चुनाव लड़ने के तरीको में भी बदलाव देखा जा रहा है। युवाओं पर पार्टियां फोकस कर रही हैं। सोशल मीडिया को प्रचार का मुख्य अस्त्र बनाया जा रहा है। प्रत्याशियों के चुनावी वॉर रूम में ऐसे युवाओं की जरूरत है जो सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को रिझा सकें। मतदान के प्रतिशत में भी युवाओं की संख्या में हो रहे जोरदार इजाफे ने राजनीतिक पार्टियों को इन पर फोकस करने की जरूरत महसूस कराई है। जबलपुर जिले की 8 विधानसभा से इस बार 18 लाख 67 हजार 841 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इनमें पहली बार मतदान करने वाले 18 से 19 साल के मतदाताओं की संख्या 52 हजार 041 है वहीं 18 से 30 साल तक के मतदाताओं की कुल संख्या 4 लाख 47 हजार010 है। मोटे तौर पर माना जाए तो कुल मतदाताओं की संख्या क ा 25 फीसदी युवा मतदाताओं का हिस्सा है। ये किसी भी चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। लिहाजा चाहे भाजपा हो या कांग्रेस दोनों की मुख्य दल इन्हीं पर फोकस कर रहे हैं।
बात पहुंचाना आसान
ऐसा माना जाता है कि 18 से 30 साल का युवा ज्यादातर सोशल मीडिया के प्रभाव में होता है। वह वाट्स एप, फेस बुक,इन्स्टाग्राम में एक्टिव रहता है लिहाजा उस तक प्रत्याशियों को अपना संदेश पहुंचाना मोबाइल के माध्यम से बेहद आसान होता है,वहीं इनमें ऊर्जा और उत्साह ज्यादा होता है यदि इन्हें प्रभावित कर लिया जाए तो ये प्रत्याशी के प्रचार और जीत में महती भूमिका निभा सकते हैं।
प्रत्याशी बना रहे युवाओं की टीम
हर प्रत्याशी अपने चुनाव का र्यालय में सोशल मीडिया विभाग रखता है और इसमें सिद्धहस्त युवाओं से काम लिया जाता है। उसके पास वोटर लिस्ट से लेकर इसके आयु,जाति आधार पर वर्गीकृत सूची होती है। क्षेत्र के युवाओं के मोबाइल नंबर ये रखते हैं इसके अलावा वाट्सएप व फेसबुक या इन्स्टाग्राम के माध्यम से प्रत्याशी का प्रचार करते हैं।
3 प्रत्याशियों की टीम मजबूत
वर्तमान में जिन तीन प्रत्याशियों की युवाआें की टीम सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नजर आ रही है उनमें पश्चिमक्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी राकेश सिंह, उत्तर मध्य से विनय सक्सेना और केंट क्षेत्र से अशोक रोहाणी मुख्य हैं। ये लगातार सोशल मीडिया पर अपनी एक्टिविटीज शेयर कर रहे हैं।