दो माह से जबलपुर के वाइल्ड एक्सपर्टस् का इंतजार कर रहा ग्वालियर का जू प्रबंधन

दो माह से जबलपुर के वाइल्ड एक्सपर्टस् का इंतजार कर रहा ग्वालियर का जू प्रबंधन

जबलपुर। प्रदेश का एक मात्र स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फारेंसिंक एडं हेल्थ जबलपुर (एसडब्ल्यूएफएच) के वाइल्ड लाइफ एक्सपर्टस की टीम का इंतजार पिछले दो माह से ग्वालियर जू प्रबंधन कर रहा है। लेकिन अभी तक इस सेंटर से जू में होने वाले हेल्थ सर्वे के लिए कोई भी टीम नहीं भेजी गई है। सर्वे नहीं हो पाने से जू प्रबंधन सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया को भेजी जाने वाली रिपोर्ट कब जाएगी ये भी कहा नहीं जा सकता है। वन्यजीवों के संरक्षण के साथ उनके संवर्धन का दम्भ भरने वाले अधिकारियों की गंभीरता का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि दो माह बीत चुके है बावजूद अब भी सर्वे के लिए टीम नहीं बनाई गई है। ऐसे में यहां पर आने वाले वन्यजीवों का उपचार कितनी गंभीरता से होता होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

इन वन्यजीवों का होना है सर्वे

ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान में यह सर्वे हर साल होता है। इस वर्ष सर्वे में लायन, टाइगर, लेपर्ड, भालू सहित अन्य वन्यजीवों का स्वास्थ्य एवं रक्त, मलमूत्र इत्यादि का परीक्षण किया जाएगा। इसके लिए जबलपुर से वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट आने थे।

एक्सपर्ट तैयार कर रहे आदेश का इंतजार

सूत्रों की मानें तो सेंटर में वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञ इस सर्वे के लिए तैयार खड़े हुए हैं। लेकिन वे अपने सेंटर की निदेशिका के आदेश का इंतजार कर रहे है। दबी जुबान में वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञों के बीच इस बात को लेकर चर्चा है कि आखिर मेडम ने अब तक इस पत्र के बाद आदेश क्यों नहीं निकाला है।

ग्वालियर जू से हेल्थ सर्वे के लिए पत्र आया था। अभी हमने अपने यहां से एक्सपर्ट की टीम नहीं भेजी है। जल्द ही टीम बनाकर भेजेंगे। डॉ. शोभा जावरे, डायरेक्टर एसडब्ल्यूएफएच जबलपुर

जबलपुर के एसडब्ल्यूएफएच को पत्र भेजा था। हेल्थ सर्वे के लिए हम टीम का इंतजार कर रहे हैं। अभी कोई भी सूचना सेंटर से नहीं आई है कि एक्सपर्ट कब तक आएंगे। सर्वे रूटीन में हर वर्ष होता है। डॉ. उपेन्द्र यादव,वेटरनरी डॉक्टर गाधी प्राणी उद्यान ग्वालियर