लॉकडाउन खत्म होने के बाद फील्ड में सक्रिय होगी कांग्रेस

भोपाल । प्रदेश में जिस ढंग से भाजपा ने कांग्रेस की सरकार गिराई है, उसी रणनीति को आगे बढ़ाते हुए अब कांग्रेस वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों से चुनाव हारे भाजपा के उन नेताओं पर दांव लगाने पर विचार कर रही है, जो टिकट नहीं मिलने पर बागी हो सकते हैं। इनमें से कई को भाजपा टिकट नहीं देंगी। वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसी शर्त पर भाजपा का दामन थामा कि उनके समर्थकों को उपचुनाव में टिकट मिलना चाहिए। उन्हें मंत्री पद भी दिए जाएंगे। इसलिए अब कांग्रेस भी अपनी रणनीति बदलने जा रही है, वह क्षेत्र में प्रभाव रखने वाले सिंधिया समर्थक और भाजपा से बागी होने वालों को टिकट देकर फायदा उठाने की तैयारी में लगी है। सिंधिया और उनके समर्थक 6 मंत्रियों सहित
पूर्व विधायक सरकार गिराकर भाजपा में शामिल हो गए थे।
काट की तैयारी में कांग्रेस 22 अब कांग्रेस भी इसकी काट की तैयारी में लगी हैं। वैसे अभी लॉकडाउन के चलते कही कोई राजनीतिक गतिविधियां नहीं चल रही है, लेकिन लॉकडाउन समाप्त होते ही कांग्रेस तेजी से सक्रिय होगी। आगामी समय में होने वाले 24 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं की भावना को समझने से पहले प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक पर्यवेक्षक नियुक्त करेगी। साथ ही जिला स्तर पर भी पर्यवेक्षक बनाया जाएगा, जो जिला और ब्लॉक तथा विधानसभा का फीडबैक प्रदेश संगठन को देगा।
हाशिए पर पडे नेताओं की सुध
पार्टी सिंधिया समर्थक उन नेताओं से भी बात करेगी, जिन्हें काफी समय से तवज्जो नहीं मिली। वहीं जो कार्यकर्ता दिग्विजय सिंह, कमल नाथ और पचौरी गुट से रहे हैं, परन्तु उन्हें सिंधिया के कारण पार्टी में पद और चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला, उन्हें भी आगे बढ़ाया जाएगा। कांग्रेस भाजपा से बागी होने वालों को भी अपने पक्ष में करने की रणनीति बनाने में लगी हुई है। उधर, पार्टी जिताऊ प्रत्याशी तलाशने के लिए कार्यकर्ताओं से बॉयोडाटा भी लेगी और उनके आधार पर टिकट का निर्णय लिया जाएगा।
इन क्षेत्रों में होना है उपचुनाव
सुमावली, मुरैना, दिमनी, अम्बाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर पूर्व, भांडेर, करेरा, पोहरी, अशोकनगर, मुंगावली, अनूपपुर, हाट पिपल्या, बदनावर, सुवासरा, सांची, सांवेर, सुरखी, जौरा, आगर, डबरा, बमोरी तथा ग्वालियर में अगले छह माह के भीतर उपचुनाव कराए जाने हैं।
अभी तो लॉकडाउन चल रहा
अभी प्रदेश में लॉकडाउन की स्थिति हैं, लॉकडाउन समाप्त होने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं का फीडबैक लेने पर्यवेक्षक नियुक्त करेगी, कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझा जाएगा और फील्ड से रिपोर्ट आने के बाद अगली रणनीति बनाई जाएगी। प्रत्याशियों के बारे में अभी कोई जल्दबाजी नहीं है। राजीव सिंह, महासचिव, मप्र कांग्रेस कमेटी