एयरफोर्स दो मिनिट के अलर्ट पर, खाली करा रहे गांव

जम्मू/नई दिल्ली । लद्दाख में चीन सीमा पर गलवान वैली इलाके के साथ-साथ अन्य विवादित क्षेत्रों में एलएसी से सटे 21 भारतीय गांवों में ब्लैकआउट के निर्देश के साथ ही उन्हें खाली करवाने की तैयारी चल रही है। साथ ही वायुसेना को दो मिनट के अलर्ट पर रहने को कहा गया है। लड़ाकू विमानों को फॉरवर्ड एरिया में तैयार रखा गया है। श्रीनगर, लेह, चंडीगढ़ के एयरबेसों को एक्टिवेट मोड पर कर दिया गया है। खाली कराए जा रहे ये गांव चुशुल, पैंगोंग झील से लेकर गलवान, श्योक से दौलत बेग ओल्डी तक पड़ते हैं। लद्दाख के चुशुल निर्वाचन क्षेत्र में आठ गांव हैं, जबकि तंगसे क्षेत्र में 13 छोटे गांवों (आबादी 4000) एलएसी के बिल्कुल नजदीक हैं। तंगसे क्षेत्र की ढाई हजार से ज्यादा आबादी एलएसी के नजदीक है। हालांकि गांव खाली कराने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, श्योक और गलवान नदी के संगम स्थल के पास सोमवार रात की घटना के बाद से पूरे इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। चीन पहले ही गलवान वैली इलाके में मजबूत मोर्चाबंदी कर चुका है, अब भारतीय सेना ने भी यहां मोर्चाबंदी शुरू कर दी है।
चुशुलू, पैंगोंग झील, गलवान, श्योक से दौलत बेग ओल्डी तक पड़ते हैं गांव
गौरतलब है कि एलएसी के इस पार जमीन पर कब्जा करने की चीन की चाल को सबसे पहले यहां के खानाबदोश लोग ही भांपते हैं। सर्दी के मौसम में यहां के अग्रिम इलाकों में कोई आवाजाही नहीं रहती, लेकिन इन गांवों के लोग अपनी भेड़, बकरियों और याक चराने के लिए चरागाहों तक जाते हैं तो इनको सीमा की सारी जानकारी मिलती रहती है। ये सेना के मददगार हैं।
चीन के विदेश मंत्रालय से पूछे 6 सवाल एक का भी जवाब नहीं मिला
गलवान घाटी में भारत-चीन सेनाओं की झड़प पर चीन के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से झड़प को लेकर 6 सवाल किए गए, लेकिन उन्होंने किसी का भी सीधा जवाब नहीं दिया। वे बस एक ही बयान बार-बार दोहराते रहे। उन्होंने यह नहीं बताया कि झड़प में कितने चीनी सैनिकों ने जान गंवाई।
BCCI-वीवो से करार खत्म नहीं करेगा
देश में चीनी कंपनियों के बायकॉट की मांग तेज हो गई है। लेकिन बीसीसीआई आईपीएल स्पॉन्सर वीवो से करार खत्म नहीं करेगी। कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने गुरुवार को कहा कि हमें चीनी मोबाइल कंपनी वीवो से हर साल स्पॉन्सरशिप के जरिए 440 करोड़ रुपए मिलते हैं। वहीं रेलवे ने चीनी कंपनी को दिया सिग्नलिंग और टेलीकम्युनिकेशन का 471 करोड़ का करार रद्द कर दिया है। रेलवे ने चीन की कंपनी बीजिंग नेशनल रेलवे रिसर्च एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल एंड कम्युनिकेशन ग्रुप को 2016 में यह कॉन्ट्रैक्ट दिया था।
बातचीत बेनतीजा
मेजर जनरल लेवल की चर्चा लद्दाख की गलवान घाटी में तनाव को दूर करने के लिए भारत और चीन के मेजर जनरल लेवल की दूसरे दौर की बातचीत गुरुवार को हुई। यह बेनतीजा रही। इस बीच भारतीय सेना ने साफ किया कि गलवान घाटी झड़प में कोई भी भारतीय जवान लापता नहीं हुआ है। आर्मी के सूत्रों के मुताबिक, सभी सैनिकों की गिनती हो गई है। सेना से गुरुवार को मिली जानकारी के अनुसार 18 सिपाही लेह के अस्पताल में भर्ती हैं और 58 अन्य अस्पतालों में हैं। किसी की स्थिति नाजुर नहीं है।
33 नए फाइटरजेट खरीदने का प्रस्ताव
गलवान घाटी के टकराव का असर अब रक्षा नीतियों पर भी साफ नजर आने लगा है। भारतीय वायुसेना ने केंद्र सरकार को रूस से 33 नए फाइटर जेट खरीदने का प्रस्ताव भेजा है। इन फाइटर जेट्स में 21 मिग-29 और 12 सुखोई- 30 एमकेआई शामिल हैं। एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि एयरफोर्स पिछले कुछ समय से इस प्रस्ताव पर काम कर रही है। इन एयरक्राμट को खरीदने की लागत करीब 6 हजार करोड़ रुपए होगी।