भोपाल। राजधानी भोपाल में ड्रग माफिया का शिकंजा फैलता नजर आ रहा है। पुलिस ने 10 लाख के खतरनाक एमडी एलएसडी ड्रग के साथ 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। भोपाल की पिपलानी पुलिस ने ये कार्रवाई की है। इससे पहले भी नशे से जुड़े मामले सामने आ चुके हैं। एमडीएमए और एलएसडी ड्रग्स की टेबलेट पहली बार भोपाल में पकड़ाई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि और भी खुलासे हो सकते हैं।
एलएसडी को अमीरों का नशा कहा जाता है। इसका इस्तेमाल बॉलीवुड में खूब होता है। इसके एक स्टैम्प (डाक टिकट जितना साइज) की कीमत 4-5 हजार रुपये तक होती है। एलएसडी ड्रग्स (लाइसर्जिक एसिड डाइएथाइलामाइड) का नशा करने वाले लोग इसे स्वर्ग का टिकट भी कहते हैं। पार्टीखोर यंगस्टर्स का यह सबसे पसंदीदा नशा बनता जा रहा है। एलएलडी केस के एक्सपर्ट बताते हैं कि भारत में एलएसडी लिक्विड और पेपर दोनों फॉर्म में मिलती है। अमेरिका, ग्रीस, नीदरलैंड, जर्मनी जैसे देशों से तस्करी के जरिये इस नशे को भारत में लाया जाता है।
कहा जा रहा है कि आरोपी अंतरराष्ट्रीय डार्कनेट वेबसाइट से ड्रग खरीदकर बेचते थे। डार्कनेट के जरिए अंतराष्ट्रीय बाजार में अक्सर ड्रग, हथियार जैसी अवैध चीजों की खरीदारी की जाती है। फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ चल रही है और कई बड़े खुलासे होने की संभावना है।
इससे पहले इंदौर पुलिस ने प्रदेश और शायद देश के सबसे बड़ा ड्रग कंसाइनमेंट सीज किया था और 70 किलो एमडीएमए सिंथेटिक ड्रग बरामद किया था। इसकी कीमत करीब 70 करोड़ रुपए थी। अब राजधानी में इसी तरह के नशे का मामला सामने आया है। ऐसे में यह इनकार नहीं किया जा सकता कि इंदौर वाले मामले के तार यहां से भी जुड़े हों। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है।