मुंबई। मिनिस्ट्री आॅफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी ने भारत में डिस्प्ले फैब्रिकेशन यूनिट लगाने की इच्छुक कंपनियों से एक्सप्रेशन आॅफ इंटरेस्ट मांगा है। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड किए गए नोटिफिकेशन में कहा है - स्मार्टफोन के बिल आॅफ मटीरियल्स (बीओएम) में डिस्प्ले की हिस्सेदारी 25 फीसदी से ज्यादा है। एलसीडी/एलईडी टीवी के मामले में यह 50 फीसदी से अधिक है। डिस्प्ले पैनल मार्केट भारत में 7 अरब डॉलर का है, जिसका आने वाले चार सालों में 15 अरब डॉलर होने की उम्मीद है। वैसे अभी जो स्थिति है उसमें भारत में स्मॉल डिस्प्ले पैकेजिंग यूनिट्स ही हैं।
नोटिफिकेशन के बाद देश में एलसीडी/ओएलईडी/एमोलेड/क्यूएलईडी बेस्ड डिस्प्ले फैब्रिकेशन यूनिट्स लगाने की इच्छुक कंपनियों या कंसोर्शियम को 30 अप्रैल तक अपने एक्सप्रेशन सबमिट करने होंगे। हालांकि इसपर इंडस्ट्री का कहना है कि अगर कोई चाइनीज कंपनी बिड करती है तो फिर दिक्कत होगी। हमें कोरियाई, अमेरिकी या जापानी कंपनियों के साथ वैकल्पिक इकोसिस्टम पर काम करना होगा।
क्या होगा फायदा :
- इससे टेलिविजन की मैन्युफैक्चरिंग में वैल्यू एडिशन होगा।
- इससे इंडियन मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा।
- मैन्युफैक्चरिंग की कॉस्ट घटाने में मदद मिलेगी।
- दूसरे देशों को एक्सपोर्ट करने की राह भी खुलेगी
- आगे चलकर भारत ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बन सकेगा।