रवीन्द्र भवन सभागार में चल रहे तीन दिवसीय नाट्य समारोह ‘रंग पर्व’ का आयोजन किया जा रहा है। इस समारोह में पद्मश्री मंजूर एहतेशाम के उपन्यास और कृतियों से नाट्य रुपांतरण किए गए नाटकों का मंचन हो रहा है। इसी के तहत गुरूवार को नाटक ‘औकात’ का मंचन किया गया। जिसका निर्देशन मांगीलाल शर्मा द्वारा किया गया। नाटक ‘औकात’ में दिखाया गया कि शौहर का बेगम से, बेगम का बच्चों से, बेटी का उसके वालिदा-वालिद से, सारे रिश्तों में सबकी अपनी-अपनी हदें, हैसियतें, झूठी शान, आन-बान, इस दौर-ए-आपाधापी में फिर से एक परेशानी से निकलकर आती है। इस समस्या प्रधान पारिवारिक कहानी के साथ-साथ शहर की भीषण गैस त्रासदी का भयावह मंजर नजर आता है। इससे बचने के लिए सभी कहीं न कहीं से पैसे इकठ्ठा करते हैं और अपने बच्चे की परवरिश के लिए रखे पैसे परिवार में लगा देते हैं।