अस्थिरता के बीच किसी भी तरह की अनिवार्य कार्रवाई करने को तैयार: सेबी

अस्थिरता के बीच किसी भी तरह की अनिवार्य कार्रवाई करने को तैयार: सेबी

नई दिल्ली। बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने शुक्रवार को कहा कि शेयर बाजारों में भारी उथल-पुथल से निपटने के लिए ‘वह किसी भी तरह की अनिवार्य कार्रवाई’ करने के लिए तैयार है। सुबह के कारोबार में शेयर बाजारों के निचले सर्किट स्तर को छूने के बाद कारोबार को 45 मिनट के लिए रोक दिया गया था। सेबी ने एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस महामारी से जुड़ी चिंताओ  के चलते पिछले कुछ दिनों में अन्य वैश्विक बाजारों की तरह ही भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट का रुख देखा गया है। कोराना वायरस की वजह से कच्चे तेल की वैश्विक कीमतें भी गिरी हैं और आर्थिक मंदी की आशंका का डर भी बढ़Þा है। नियामक ने कहा, ‘‘सेबी और शेयर बाजार जरूरत के हिसाब से उपयुक्त कदम उठाने के लिए तैयार हैं। सेबी ने कहा कि भारतीय बाजार में गिरावट का रुख अन्य देशों के बाजारों के मुकाबले उल्लेखनीय रूप से कम है। बयान के मुताबिक सेबी, बीएसई और एनएसई ने जोखिम प्रबंधन की मजबूत व्यवस्था की है। यह व्यवस्था बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निμटी के साथ-साथ कंपनियों के शेयरोंर् नकद और डेरीवेटिवी की चाल में बहुत ज्यादा परिवर्तन होने पर स्वत: काम करने लगती है।सुबह के कारोबार में सेंसेक्स में 3,200 अंक से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गयी जबकि निμटी करीब 8,600 अंक के स्तर पर पहुंच गया। इसके चलते शेयर बाजारों को 45 मिनट के लिए बंद करना पड़ा। हालांकि, बाद में शेयर बाजारों में सुधार का रुख देखा गया। यह पिछले बंद के स्तर से लगभग चार प्रतिशत ऊपर चल रहे हैं। पिछले सत्र के कारोबार में सेंसेक्स 2,919.26 अंक गिरकर 32,778.14 अंक पर और निμटी 868.25 अंक टूटकर 9,590.15 अंक पर बंद हुआ था। वैश्विक बाजारों से तुलना करते हुए सेबी ने कहा कि फरवरी और मार्च में अब तक घरेलू शेयर बाजार 19 प्रतिशत से अधिक गिरा है। जबकि रूस, ब्राजील और फ्रांस के बाजार 30 प्रतिशत से अधिक गोता लगा चुके हैं।