लॉक डाउन में ब्रिटेन की महिला ने घर पर ही डिलीवरी के लिए अपनाई अनोखी तरकीब

लंदन। इस बात से सभी वाकिफ हैं कि डिलीवरी के वक्त एक महिला को इतना दर्द होता है, जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है। इसी बीच सोशल मीडिया में एक बहादुर महिला की उसके नवजात शिशु के साथ खबर वायरल हो रही है, जिसने ये बात साबित कर दी है कि मां से बड़ा योद्धा कोई नहीं होता। दरअसल, इस महिला ने घर में ही खुद अपने बेटे को जन्म दिया, वो भी बिना किसी डॉक्टर की सहायता से। हैरानी की बात ये है कि इस महिला ने इस डिलीवरी के लिए एक अनोखी तरकीब को अपनाया, जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता। ब्रिटेन की रहने वाली एमा फियरन (34) का यह तीसरा बच्चा है। जब एमा की डिलीवरी होनी थी तो उस वक्त लॉकडाउन था, जिस कारण वह अस्पताल जाने में बिल्कुल असमर्थ थी। फिर उसने खुद ही घर पर डिलीवरी करने का मन बना लिया। इसके लिए एमा ने घर में मौजूद कुछ सामान का सहारा लिया। उन्होंने दर्द कम करने के लिए हिपनोबर्थिंग तकनीक को इस्तेमाल करते हुए गैस और हवा का इस्तेमाल किया, जिससे उसे दर्द कम हो।5
बच्चे का ज्यादा वजन बन रहा था परेशानी का सबब
एमा की डिलीवरी में दिक्कत इसलिए भी आ रही थी, क्योंकि उनका बेटा एटिकस जेम्स का वजन लभगभ 11.375 पौंड (5 किलो से ज्यादा) था, जो की काफी अधिक होता है। लेकिन एमा ने हिम्मत नहीं हारी और 3घंटे वह बच्चे को बाहर आने के लिए लगातार पुश करती रही। उनकी हिपनोबर्थिंग तकनीक अंत में रंग लाई और एटिकस का जन्म हुआ। हैरानी की बात तो ये रही कि इसके बाद एमा को टांके लगाने की भी नौबत नहीं आई।
एमा के पति ने दिया पूरा साथ
एमा ने बताया कि एटिकस का वजन काफी अधिक था, जिससे उन्हें डिलीवरी में मुश्किल तो आई, लेकिन वह अपने बेटे को पाकर बहुत खुश हैं। उनके दो बच्चे जब पैदा हुए थे तो उनमें से एक का वजन 10.50 पौंड (4.7 किलो) जबकि दूसरे का वजन 9 पौंड (4 किलो से ज्यादा) था। एमा ने बताया कि इस डिलीवरी में उनके पति जेम्स ने उनका बहुत साथ दिया।