पूर्व मंत्रियों की नाराजगी दूर करने निगम मंडल में मिलेगा कैबिनेट मंत्री का दर्जा

पूर्व मंत्रियों की नाराजगी दूर करने निगम मंडल में मिलेगा कैबिनेट मंत्री का दर्जा

भोपाल। कैबिनेट मंत्री बनने से वंचित रहे पूर्व मंत्रियों को मनाने की कवायद में भाजपा संगठन लग गया है। इन्हें सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा, जिससे कुछ हद तक उनकी नाराजगी को दूर किया जा सके। इसके लिए उन्हें उनकी पसंद के निगम-मंडलों में एडजस्ट करने का प्लान सरकार तैयार कर रही है। साथ ही सिंधिया समर्थक उन पूर्व विधायकों को भी सरकार में जिम्मेदारी दी जाएगी, जिससे वे आगामी उपचुनाव जीत सके। इस पर भाजपा ने रणनीति तैयार कर ली है। मंत्रिमंडल में स्थान पाने से भाजपा के जो पूर्व मंत्री वंचित रहे हैं, उनमें गौरीशंकर बिसेन, रामपाल सिंह, अजय बिश्नोई, राजेंद्र शुक्ल, पारस जैन, संजय पाठक, सुरेंद्र पटवा तथा जालम सिंह पटेल का नाम शामिल हैं। इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक पूर्व विधायक जो मंत्री पद पाने से वंचित रह गए हैं, उनमें मुन्नालाल गोयल, रणवीर जाटव, कमलेश जाटव, रघुराज सिंह कंषाना, रक्षा संतराम सरौनिया, जसमंत जाटव तथा जजपाल सिंह जज्जी का नाम शामिल हैं। इन्हें भी विभिन्न निगम- मंडल, विकास प्राधिकरण और सरकार की अन्य संस्थाओं में एडजस्ट करने की रणनीति बनाई जा रही है।

रामपाल को मिलेगा गृह निर्माण मंडल

पिछली शिवराज सरकार में भी रामपाल सिंह को करीब दो साल के लिए गृह निर्माण मंडल का अध्यक्ष बनाया गया था। नए समीकरणों के चलते यह पद उन्हें फिर दिया जा सकता है, जबकि गौरी शंकर बिसेन को कृषि विपणन बोर्ड, संजय पाठक को सूक्ष्म लघु और मध्यम की जिम्मेदारी मिल सकती है। अजय बिश्नोई को लउनि, पारस जैन को गौसंवर्धन बोर्ड आदि की कमान देकर इन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने की संभावना है।